‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
Narendra Bhondekar: महाराष्ट्र में रविवार को मंत्रिमंडल का विस्तार हुआ. लेकिन इससे पहले शिवसेना में बगावत शुरू हो गई. नरेंद्र भोंडेकर ने शिवसेना के उपनेता के पद से इस्तीफा दे दिया है. भोंडेकर मंत्री नहीं बनाए जाने से नाराज हैं. शिवेसना के विदर्भ समन्वयक और उपनेता भोंडेकर ने चिट्ठी लिखकर एकनाथ शिंदे को इस्तीफे की जानकारी दी.
कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने से नाराज हैं भोंडेकर
नरेंद्र भोंडेकर कैबिनेट में शामिल नहीं किए जाने से नाराज हैं. उनका कहना है कि चुनाव के समय एकनाथ शिंदे ने उन्हें मंत्री पद देने का वादा किया था.
तीसरी बार विधायक बने हैं नरेंद्र भोंडेकर
नरेंद्र भोंडेकर भंडारा से विधायक बने हैं. वो तीसरी बार विधायक बने हैं. सबसे पहले 2009 में भोंडेकर विधायक बने थे. उसके बाद 2019 में निर्दलीय के रूप में विधायक बने और 2022 में एकनाथ शिंदे गुट में शामिल हो गए. 2024 के विधानसभा चुनाव में भंडारा सीट से उन्होंने कांग्रेस की पूजा गणेश ठाकुर को हराया था. भोंडेकर ने 127884 वोट हासिल किए थे.
शिवसेना शिंदे गुट से इन विधायकों ने ली मंत्री पद की शपथ
संजय शिरसाठ, उदय सामंत, शंभूराज देसाई, दादाजी दगडू भुसे, गुलाबराव पाटिल, भारत गोगवाले, संजय राठौड़, आशीष जयसवाल, प्रताप सरनाइक, योगेश कदम, प्रकाश आबिट्कर.