‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
MP Election 2023 : कर्नाटक में विधानसभा चुनाव जीतने के बाद कांग्रेस के हौसले बुलंद हैं. अब उसकी नजर मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान के विधानसभा चुनाव पर टिक गयी है. खासकर पार्टी मध्य प्रदेश में अपनी पैनी नजर बनाये हुए है और जनता के बीच जाकर वादों की झड़ी लगा रही है. इस क्रम में कांग्रेस ने अपने ट्विटर हैंडल से एक ट्वीट किया है. इस ट्वीट में एक वीडियो है जिसमें कांग्रेस नेता कमलनाथ नजर आ रहे हैं और वो बिजली के बिल में कटौती की बात करते दिख रहे हैं.
कांग्रेस नेता और मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ वीडियो में कहते नजर आ रहे हैं कि यदि प्रदेश में हमारी सरकार आयी तो 100 यूनिट बिजली माफ किया जाएगा जबकि 200 यूनिट बिजली हाफ यानी आधा कर दिया जाएगा. आपको बता दें प्रदेश में इस साल के अंत तक विधानसभा चुनाव होने वाले हैं. इससे पहले ही कांग्रेस और भाजपा प्रदेश में सक्रिया हो गयी है.
कांग्रेस के अन्य वादे: आपको बता दें कि इसके अलावा कांग्रेस पहले भी मध्य प्रदेश की जनता से कई वादे कर चुकी है…
-कांग्रेस की मध्यप्रदेश इकाई के अध्यक्ष कमलनाथ पहले कह चुके हैं कि साल के अंत में होने वाले विधानसभा चुनावों में यदि कांग्रेस को जनदेश मिलता है तो महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी.
मध्य प्रदेश से कांग्रेस का वादा
💡 100 यूनिट बिजली माफ
💡 200 यूनिट बिजली हाफ pic.twitter.com/6yvzfV91rA— Congress (@INCIndia) May 18, 2023
-कांग्रेस नेता कमलनाथ कई बार ये भी कह चुके हैं कि यदि प्रदेश में कांग्रेस की सरकार आती है तो 500 रुपये में भरा हुआ घरेलू रसोई गैस सिलेंडर दिया जाएगा.
Also Read: कर्नाटक में विधानसभा चुनाव में जीत के बाद राज्यसभा में कांग्रेस को होगा फायदा? पढ़ें रिपोर्ट…
2018 के विधानसभा चुनाव में हार गयी थी भाजपा
यदि आपको याद हो तो मध्यप्रदेश में इस साल की अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं. 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करें तो इस साल कांग्रेस ने भाजपा को मात दी थी लेकिन कुछ महीने के बाद कांग्रेस की सरकार प्रदेश में गिर गयी. मध्य प्रदेश में भाजपा 2003 लेकर 2018 तक लगातार सत्ता में थी. 2018 के विधानसभा चुनाव में भाजपा को हार का मुंह देखना पड़ा था. 230 सीटों में से 108 सीटें भाजपा के खाते में आयी थीं. वहीं, कांग्रेस 114 सीटें जीतकर सरकार पर काबिज हुई थी. मध्य प्रदेश की सत्ता में शिवराज सिंह चौहान की सरकार ने उस समय वापसी कर ली थी जब मार्च 2020 में कांग्रेस के 21 विधायकों ने अपनी पार्टी से इस्तीफा दे दिया था और भाजपा का दामन थाम लिया था.