विमानन कंपनी ‘गो फर्स्ट’ की एक कार दिल्ली हवाईअड्डे पर मंगलवार को ‘इंडिगो’ के ए320नियो विमान के नीचे आ गई, हालांकि उसके नोज व्हील (आगे के पहिये) से टकराने से बाल-बाल बच गई. सूत्रों ने यह जानकारी दी. अधिकारियों ने बताया कि नागर विमानन महानिदेशालय (डीजीसीए) मामले की जांच करेगा.

नोज व्हील में घुसी गो फर्स्ट की कार

विमानन उद्योग से जुड़े सूत्रों ने बताया कि विमानन कंपनी ‘इंडिगो’ के विमान को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है. सूत्रों ने बताया कि विमान मंगलवार सुबह ढाका (बांग्लादेश की राजधानी) के लिए रवाना होने के लिए तैयार था, तभी विमानन कंपनी ‘गो फर्स्ट’ की एक कार उसके नीचे आ गई, हालांकि वह नोज व्हील से टकराने से बाल-बाल बच गई. पीटीआई-भाषा ने विमानन कंपनी इंडिगो और गो फर्स्ट दोनों ने इस संबंध में बयान के लिये संपर्क किया, हालांकि दोनों की ओर से अभी तक कोई जवाब नहीं मिला है.


घरेलू एयरलाइंस में बीते दिनों आई थी गड़बड़ी

पिछले दिनों कई विमानों में लगातार तकनीकी और ऑपरेशनल गड़बड़ी के कारण उन्हें या तो रद्द कर दिया गया है या फिर उनकी आपात लैंडिंग करायी गयी. घरेलू एयरलाइंस के समक्ष तकनीकी गड़बड़ियों के मुद्दे के बीच डीजीसीए के प्रमुख अरुण कुमार ने कहा है कि भारत का विमानन क्षेत्र ‘पूरी तरह सुरक्षित’, घबराने की कोई जरूरत नहीं. उन्होंने कहा कि भारतीय एयरलाइंस को हाल के हफ्तों में जिन तकनीकी समस्याओं स जूझना पड़ा है, उनसे किसी तरह के बड़े जोखिम का अंदेशा नहीं.

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डीजीसीए प्रमुख अरुण कुमार ने कही ये बात

डीजीसीए प्रमुख अरुण कुमार ने पीटीआई-भाषा से बात करते हुए कहा कि पिछले 16 दिन के दौरान भारत आने वाली विदेशी एयरलाइंस को 15 बार तकनीकी गड़बड़ी से जूझना पड़ा है. मामले को गंभीरता से लिया गया है. यहां चर्चा कर दें कि कुछ दिन से कई विमानों में लगातार तकनीकी व ऑपरेशनल गड़बड़ी की वजह से उन्हें या तो रद्द कर दिया गया है या फिर उनकी आपात लैंडिंग करायी गयी. ऐसे में सबसे अधिक परेशान यात्री हो रहे हैं. उन्हें जान जोखिम में डाल कर यात्रा करनी पड़ रही है.