Jammu & Kashmir terrorist attack : कई यूरोपीय देशों और ओआईसी के कुछ देशों के राजनयिकों के एक समूह का जम्मू कश्मीर का दो दिवसीय दौरा बुधवार से शुरू हो गया. लेकिन इस बीच आतंकवादियों ने श्रीनगर में बड़ा हमला कर दिया है, जिसमें एक युवक के घायल होने की सूचना है.

खबर है आतंकवादियों ने श्रीनगर के सोनवार इलाके में गोलीबारी की, जिसमें एक युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है. घायल हुए युवक को अस्पताल में भेज दिया गया है. एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आतंकियों ने आकाश मेहरा पर उनकी दुकान कृष्णा ढाबे में गोलीबारी की. उन्होंने बताया कि मेहरा को घायल हालत में अस्पताल ले जाया गया. कृष्णा ढाबा दुर्गनाग इलाके में एक लोकप्रिय जलपानगृह है. भारत और पाकिस्तान के लिए संयुक्त राष्ट्र सैन्य पर्यवेक्षक समूह (यूएनएमओजीआईपी) के कार्यालय और जम्मू-कश्मीर के मुख्य न्यायाधीश के निवास जैसे कई महत्वपूर्ण भवन ढाबे के 200 मीटर के भीतर स्थित हैं.

मालूम हो विदेशी राजनयिकों का दल केंद्रशासित प्रदेश में खासकर हाल में हुए जिला विकास परिषद (डीडीसी) चुनाव के बाद की स्थिति का जायजा लेगा. 2019 में जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म कर इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया था.

प्रतिनिधिमंडल को कड़े सुरक्षा प्रबंधों के बीच मध्य कश्मीर के मागम ले जाया गया जिसमें इस्लामिक सहयोग संगठन (ओआईसी) के चार देशों-मलेशिया, बांग्लादेश, सेनेगल और ताजिकिस्तान के राजनयिक भी शामिल हैं.

प्रतिनिधिमंडल में ब्राजील, इटली, फिनलैंड, क्यूबा, चिली, पुर्तगाल, नीदरलैंड, बेल्जियम, स्पेन, स्वीडन, किर्गिस्तान, आयरलैंड, घाना, एस्टोनिया, बोलिविया, मालावी, इरिट्रिया और आइवरी कोस्ट के राजनयिक भी शामिल हैं.

पांच अगस्त 2019 को पूर्ववर्ती राज्य का विशेष दर्जा खत्म कर इसे दो केंद्रशासित प्रदेशों में विभाजित किए जाने के बाद से यह तीसरा प्रतिनिधिमंडल है जिसने जम्मू कश्मीर का दौरा किया है. मागम में राजनयिकों का यह प्रतिनिधिमंडल एक कॉलेज गया जहां उनका पारंपरिक तरीक से स्वागत किया गया. उन्होंने वहां स्थानीय लोगों से बात की.

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मालूम हो कि ओआईसी के महासचिव की विदेश मंत्रियों की परिषद के 47वें सत्र में रखी गई रिपोर्ट में जम्मू कश्मीर की स्थिति का जिक्र किया गया था और कहा गया था, क्षेत्र के जनांकिक और भौगोलिक समीकरण को बदलने की दिशा में पांच अगस्त 2019 का भारत सरकार के फैसले और लगातार बाधित गतिविधियों और जारी प्रतिबंधों तथा मानवाधिकारों के उल्लंघन ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को नए प्रयासों के लिए जागृत किया है.

Posted By – Arbind kumar mishra