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चीन अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है. चीन ने पूर्वी लद्दाख सीमा पर सोमवार को गलवान घाटी (India-China clash at Galwan valley) जैसे हमले को दोहराने की साजिश रची थी. चीन की कोशिशों को हमारे जांबाजों ने एक बार फिर नाकाम कर दिया है. एलएसी पर कुछ ऐसी तस्वीरें सामने आई हैं जो चीन के नापाक हरकत को दिखा रही हैं. इन तस्वीरों से साफ अंदाजा लगाया जा सकता है कि चीनी आर्मी ने गलवान घाटी जैसे हमले के फिर से फिराक में थी.
गलवान जैसी साजिश को दोहराना चाहता था चीन
बता दें कि पूर्वी लद्दाख के रेजांग ला के उत्तर में स्थित मुखपुरी में 40-50 की संख्या में चीन के सैनिक धारदार हथियारों से लैस होकर भारतीय इलाके में चोटी पर कब्जा करने की कोशिश की थी जिस पर जवानों ने हवा में गोली दागकर उन्हें आगाह करने के बाद खदेड़ दिया. खबरों के मुताबिक 7 सितंबर की रात चीनी सैनिक लोहे की रॉड और कटीले डंडे लेकर मुखपारी चोटी पर कब्जे करने की कोशिश कर रहे थे. कई बार चेतावनी के बाद भी वह नहीं माने और एक बार फिर गलवान घाटी जैसी खूनी झड़प को दोहराने की कोशिश की.
सीमा पर 45 साल बाद चली गोलियां
सामने आया तस्वीरों में दिख रहा है कि 40-50 की तादाद में चीन के सैनिक हथियारों से लैस होकर रेजांग ला के पास उन चोटियों पर आने की कोशिश कर हे हैं जिन पर भारतीय सैनिक तैनात हैं. तस्वीरों में साफ दिख रहा है कि चीनी सैनिकों के पास धारदार हथियार हैं. बता दें कि पीएलए ने सोमवार देर रात को आरोप लगाया था कि भारतीय सैनिकों ने एलएसी पार की और पूर्वी लद्दाख में पैंगोंग झील के पास चेतावनी देने के लिए गोलियां चलाईं.
बता दे कि 15 जून को लद्दाख की गलवान घाटी में भारती. और चीनी सौनिकों की झड़प हुई थी. इस आमने –सामने की लड़ाई में 20 भारतीय जवान शहीद हुए थे. इससे चीन को भी काफी नुकसान पहुंचा. इस घटना के बाद दोनों देशों ने एलएसी से लगते अधिकतर क्षेत्रों में अपनी-अपनी सेनाओं की तैनाती और मजबूत कर दी.
Posted BY: Rajat Kumar