नयी दिल्ली : नीति आयोग के सदस्य (स्वास्थ्य) वीके पॉल ने शुक्रवार को कहा कि देश के सभी राज्यों में दैनिक कोरोना संक्रमण के मामलों में गिरावट दर्ज की गयी है. साथ ही चेतावनी जारी करते हुए उन्होंने कहा कि स्थिति में सुधार नहीं हुआ है, क्योंकि वायरस का दिमाग बदल गया है.

वीके पॉल ने कहा कि अगर हम जनवरी-फरवरी की स्थिति में वापस जाते हैं, तो अगली लहर तेज होगी और तेजी से चरम पर पहुंच जायेगी. हालांकि, अगर हम उचित व्यवहार (कोविड गाइडलाइन का पालन और वैक्सीनेशन ) करते हैं, तो यह लहर छोटी होगी और नहीं भी आ सकती है. इससे पहले हमें अधिक से अधिक लोगों को वैक्सीनेशन देना होगा.

उन्होंने कहा कि ”आवर वर्ल्ड इन डेटा के अनुसार, भारत में वैक्सीन की कम-से-कम एक खुराक पानेवालों की संख्या 17.2 करोड़ है. वैक्सीन की पहली खुराक पानेवाले लोगों की संख्या के मामले में हम अमेरिका से आगे निकल गये हैं. कोवैक्सीन और जायडस के वैक्सीन पहले से ही बच्चों में परीक्षण किये जा रहे हैं.”

उन्होंने कहा कि रणनीति बनाने के समय ही हमें इस बात को ध्यान में रखना होगा कि इसके लिए करीब 25 करोड़ डोज की जरूरत होगी. हम सूचना और विश्लेषण की जांच कर रहे हैं. हम भारत बायोटेक और डब्ल्यूएचओ के साथ काम कर रहे हैं. डेटा साझा करना जारी है, हम चाहते हैं कि यह मील का पत्थर जल्द ही हासिल हो जाये.

वहीं, स्वास्थ्य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने कहा कि ”100 से अधिक औसत दैनिक नये मामलों की रिपोर्ट करनेवाले जिलों में लगातार कमी आयी है. 257 जिले 100 से अधिक दैनिक मामलों की रिपोर्ट कर रहे हैं. रिकवरी दर में लगातार वृद्धि हुई है, वर्तमान में 93.1% है.

उन्होंने कहा कि 377 जिले वर्तमान में पांच फीसदी से कम मामले की रिपोर्ट कर रहे हैं. यदि हम सात मई की तुलना में डेटा का विश्लेषण करते हैं, तो हम दैनिक मामलों में 68 फीसदी की गिरावट दर्ज कर रहे हैं. 66 फीसदी नये मामले पांच राज्यों से प्रभावी रूप से आ रहे हैं. शेष 31 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से आ रहे हैं.

मालूम हो कि विशेषज्ञों ने भारत में कोरोना महामारी की तीसरी लहर की संभावना जतायी है. हालांकि, यह अनुमान लगाना मुश्किल है कि यह कब तक आयेगा और कितना प्रभावी होगा. बताया जा रहा है कि तीसरी लहर बच्चों को प्रभावित कर सकती है. केंद्र सरकार ने भी कोविड संक्रमित बच्चों की देखभाल और सुरक्षा को लेकर दिशा-निर्देश जारी कर दिये हैं.

Disclaimer: हमारी खबरें जनसामान्य के लिए हितकारी हैं. लेकिन दवा या किसी मेडिकल सलाह को डॉक्टर से परामर्श के बाद ही लें.