नयी दिल्ली : केंद्रीय मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आज कैबिनेट की बैठक के बताया कि एमएसएमई को मजबूत करने के लिए सरकर इस क्षेत्र में 20,000 करोड़ इंवेस्ट करेगी. कैबिनेट की बैठक में 14 खरीफ फसलों के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को मंजूरी दी गयी.

सूचना प्रसारण मंत्री ने संवाददाताओं से कहा कि किसानों को लागत से कम से कम 50 से 83 प्रतिशत तक ऊंचा मूल्य मिलेगा. सरकार ने 2020-21 के लिए धान की एमएसपी 53 रुपये बढ़ाकर 1,868 रुपये प्रति क्विंटल कर दी है. इस बात की जानकारी कृषि मंत्री ने दी.

उन्होंने बताया कि सरकार ने 2020-21 के लिए कपास की एमएसपी 260 रुपये बढ़ाकर 5,515 रुपये प्रति क्विंटल कर दी है. धान का न्यूनतम समर्थन मूल्य 1868प्रति क्विंटल तय किया गया है, जबकि ज्वार का 2620 प्रति क्विंटल, बाजरा का 2150 प्रति क्विंटल तय किया गया है. रागी, मूंग और सोयाबीन के न्यूनतम समर्थन मूल्य में 50 प्रतिशत की वृद्धि की गयी है.

केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने बताया कि कैबिनेट ने एमएसएमई के लिए दो पैकेजों को लागू करने के लिए इसके रोड मैप को मंजूरी दे दी है. जिन्हें ज्यादा नुकसान हुआ है वैसे एमएसएमई के लिए 20,000 करोड़ रुपये का पैकेज दिया जायेगा.

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प्रकाश जावड़ेकर ने बताया कि सरकार ने मध्यम उद्यमों के लिए टर्नओवर की सीमा को 250 करोड़ रुपये में संशोधित किया है और निवेश की सीमा को बढ़ाकर 50 करोड़ रुपये कर दिया गया है.

Posted By : Rajneesh Anand