नयी दिल्‍ली : गोवा से कोरोना वायरस को लेकर राहत की खबर है. गोवा के सीएम प्रमोद सावंत ने बताया सभी 46 तबलीगी जमात अनुयायियों (46 में से 10 दिल्ली में जमात के कार्यक्रम में शामिल हुए थे) का COVID19 टेस्‍ट निगेटिव आया है. उन्‍होंने कहा, हमने सुझाव दिया है कि लॉकडाउन को बढ़ाया जाना चाहिए, लेकिन आर्थिक गतिविधियों को जारी रखना चाहिए. सोमवार से निजी और सरकारी अस्पतालों में OPDs शुरू हो जाएंगे. आज से राज्य में मछली उत्पादन से संबंधित गतिविधियां शुरू हो गई हैं. मालूम हो गोवा में कोरोना के कुल 7 केस आये हैं. एक मरीज ठीक होकर घर लौट चुका है, वहां से अब तक एक भी मौत की खबर नहीं है.

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कोरोना वायरस के कारण लगाए लॉकडाउन के बीच गोवा में शराब की दुकानें बद होने के चलते स्थानीय लोग बीयर और ब्रांडी के विकल्प के तौर पर तेजी से पारंपरिक शराब का सेवन कर रहे हैं. गोवा के गांवों में हरी गली-नुक्कड़ पर मिलने वाली इस स्थानीय शराब को बनाने वाले लोगों को इन्हें घर तक पहुंचाने के लिए कहा जा रहा है.

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कैश्यु डिस्टिलर्स एंड बॉटलर्स एसोसिएशन के संस्थापक-अध्यक्ष मैक वाज ने कहा, इन दिनों स्थानीय शराब की भारी मांग है. लोग हर संभव तरीके से इसे खरीदने की कोशिश कर रही है. कोरोना वायरस पर लगाम लगाने के लिए देशव्यापी बंद के बाद तटीय राज्य में शराब की सैकड़ों दुकानें बंद है.

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वाज ने बताया कि काजू सेब के रस से बनने वाली एक लीटर की इस शराब की बोतल की कीमत करीब 100 रुपये है और इसके निर्माताओं ने मांग के बावजूद इसकी कीमत नहीं बढ़ाई है. पोंडा के समीप निरांचल में स्थित काजू उत्पादक विकास प्रभु ने कहा, लोग इस स्थानीय शराब के मौसम का इंतजार करते हैं, लेकिन इस पारंपरिक पेय की मांग बढ़ गई क्योंकि शराब की दुकानें बंद हैं.

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