नई दिल्ली : छठ पूजा 2021 के दौरान दिल्ली की यमुना नदी में गंदगी और झाग को लेकर राजनीतिक और सामाजिक तौर पर आलोचनाओं के शिकार अरविंद केजरीवाल की सरकार आखिकार हरकत में आ ही गई. बुधवार को अस्ताचलगामी भगवान भास्कर को अर्घ्य देने से पहले यमुना में बह रहे गंदे और केमिकलयुक्त झाग को हटाने के लिए दिल्ली सरकार ने 15 नावों को नदी में उतार दिया है.

अधिकारियों ने कहा कि यमुना में बह रहे केमिकलयुक्त जहरीले झाग को हटाने के लिए दिल्ली प्रदूषण नियंत्रण समिति (डीपीसीसी) के 15 नावों को नदी में उतारा गया है. उन्होंने कहा कि सरकार की सफाई योजना का क्रियान्वयन सिंचाई बाढ़ नियंत्रण विभाग और राजस्व विभाग की मदद से किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि नदी से झाग हटाने के काम में 15 दलों को तैनात किया गया है.

अधिकारी ने बताया कि यमुना से जहरीले झाग को हटाने का यह काम तब तक चलता रहेगा, जब तक कि झाग पूरी तरह से हट नहीं जाते. इस संबंध में एक अधिकारी ने इसे अस्थायी उपाय बताते हुए कहा कि यह समस्या तब तक बनी रहेगी, जब तक कि दिल्ली के सीवर ट्रीटमेंट प्लांटों को नए मानकों के अनुरूप अपडेट नहीं किया जाता और इसका कोई तात्कालिक उपाय नहीं है.

Also Read: यमुना नदी में हर तरफ दिख रहा झाग, आप नेता ने लगाया आरोप, कहा- यूपी और हरियाणा की बीजेपी सरकार जिम्मेदार

इसके साथ ही, दिल्ली जल बोर्ड (डीजेबी) की ओर से भी यमुना के झाग को हटाने के लिए कदम उठाए गए हैं. दिल्ली जल बोर्ड के कर्मचारी अशोक कुमार ने बताया कि हम जहरीले झाग को खत्म करने के लिए यमुना में पानी छिड़क रहे हैं.

बता दें कि दिल्ली की यमुना नदी की गंदगी और उसमें बह रहे जहरीले झाग को लेकर बीते दो-चार दिनों से राजनीति तेज है. आम आदमी पार्टी की ओर से इसे लेकर हरियाणा और यूपी सरकार पर ठीकरा फोड़ा गया, तो भाजपा ने केजरीवाल सरकार पर निशाना साधा.