श्रीनगर : अनुच्छेद 370 हटने के बाद से ही पीएसए (पब्लिक सेफ्टी एक्ट) के तहत नजरबंद जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री फारूक अब्दुल्ला के रिहाई का रास्ता साफ हो गया है. उनपर से जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने पीएसए हटा लिया है. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक आज शाम तक प्रशासन उन्हें रिहा कर देगा.

अब्दुल्ला की पार्टी नेशनल कॉन्फ्रेंस ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है. पार्टी ने बयान जारी कर कहा कि हमारे संरक्षक फारूक अब्दुल्ला को हिरासत से रिहा किया जाना ‘जम्मू कश्मीर में वास्तविक राजनीतिक प्रक्रिया को बहाल करने की सही दिशा में लिया गया कदम है.’

राज्य के गृह सचिव शालीन काबरा ने एक आदेश में कहा कि 17 सितम्बर को अब्दुल्ला पर लगाया गया पीएसए को हटा दिया गया है. अब्दुल्ला पर लगाये गये पीएसए की अवधि 13 दिसम्बर को बढ़ा दी गयी थी.

बेटी ने जतायी खुशी– प्रशासन के इस फैसले से फारूक अब्दुल्ला की बेटी ने खुशी जाहिर की है. बेटी सैफिया अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा कि मेरे पिता फिर से एक स्वतंत्र व्यक्ति हैं. एक ट्वीट के रिप्लाई में सैफिया ने लिखा कि उम्मीद है वे जल्द ही बाहर आयेंगे.

उमर-महबूबा अब भी अंदर– राज्य के दो पूर्व मुख्यमंत्री अब भी हिरासत में है. इन दोंने पर भी पीएसए लगाया गया है. हालांकि उमर पर लगा पीएसए के खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर है. वहीं, गृहमंत्री पहले ही कह चुके हैं कि सभी की रिहाई प्रशासन के ऊपर निर्भर हैं.