भारतीय किसान यूनियन के नेता राकेश टिकैत ने कहा है कि फसलों न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) हमेशा से हमारा मुद्दा रहा है. हम नरेंद्र मोदी से यह आग्रह करते हैं कि जल्द से जल्द एमएसपी का मसला सुलझा दें और स्वामीनाथन कमीशन की सिफारिशों को लागू कर दें.

कृषि कानूनों को वापस लिये की मांग करते हुए किसान नेता राकेश टिकैत पिछले एक साल से दिल्ली के गाजीपुर सीमा पर डटे हैं. गुरुवार को उन्होंने हैदराबाद में कहा कि एमएसपी से किसानों को मदद मिलेगी. राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार के साथ हमारी 11 दौर की बैठक हुई हर बैठक में हमने एमएसपी पर चर्चा की, हम एमएसपी के मुद्दे को छोड़ नहीं सकते.

  • 27 को किसानों की बड़ी बैठक, तय करेंगे आगे की रणनीति

  • 29 को दिल्ली में ट्रैक्टर मार्च, 30 को बाॅर्डर पर

  • यूपी चुनाव में भाजपा के खिलाफ उतरेंगे मैदान में

  • एमएसपी के मुद्दे पर सरकार के साथ हर बैठक में हुई थी चर्चा

राकेश टिकैत ने कहा कि सरकार जितना जल्दी हो किसानों के मसले को सुलझा ले वरना हम भाजपा को हराने का नारा लेकर उत्तर प्रदेश के मतदाताओं के पास जायेंगे. बेहतर होगा कि आचारसंहिता लागू होने से पहले सरकार यह मसला सुलझा ले.

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किसान आंदोलन की आगे की रणनीति पर राकेश टिकैत ने कहा कि आंदोलन वापसी की हमारी कोई योजना नहीं है. हम धरना स्थल को खाली नहीं कर रहे हैं. उन्होंने कि 27 तारीख को हमारी बैठक है जिसमें कृषि कानूनों को लेकर आगे की रणनीति पर विचार करेंगे. राकेश टिकैत ने बताया कि हम 29 नवंबर को दिल्ली में और 30 नवंबर को सीमाओं पर ट्रैक्टर मार्च का आयोजन करेंगे.

असदुद्दीन ओवैसी को भाजपा का सहयोगी बताते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि जहां भी भाजपा हारती है, वहां ओवैसी सक्रिय हो जाते हैं और बैठकें करते हैं. हमें यह समझना होगा कि ओवैसी भाजपा के ही साथी हैं.

Posted By : Rajneesh Anand