Kisan Andolan: राजधानी दिल्ली में गणतंत्र दिवस के दिन ट्रैक्टर रैली के दौरान हुई हिंसा के बाद आज लाल किले पर बड़ी संख्या में सुरक्षाबल तैनात हैं. कल हुई हिंसा में दिल्ली पुलिस के अनुसार 300 पुलिस के जवान घयाल हुए हैं, वहीं अब तक 22 लोगों पर मामला दर्ज किया गया है. वहीं 26 जनवरी को हुई हिंसा के बाद भारत किसान यूनियन (Bharat Kisan Union) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने मीडिया से बात की.

न्यूज एजेन्सी ANI से बात करते हुए किसान नेता राकेश टिकैट ने कहा कि जिन लोगों ने लाल किले में हिंसा और फहराए, उन्हें अपने कामों की कीमत चुकानी पड़ेगी. पिछले दो महीने से एक समुदाय विशेष के खिलाफ साजिश चल रही है. यह सिखों का नहीं, बल्कि किसानों का आंदोलन है. उन्होंने कहा कि अशिक्षित लोग ट्रैक्टर चला रहे थे, उन्हें दिल्ली के रास्ते का पता नहीं था.

किसान नेता ने आगे कहा कि प्रशासन ने किसानों को दिल्ली की ओर जाने का रास्ता बताया. वे दिल्ली गए और घर लौट आए. उनमें से कुछ अनजाने में लाल किले की ओर चले गये और बाद में पुलिस ने उन्हें वापस लौटने का निर्देश दिया. वहीं लाल किले पर धार्मिक झंडा फहराने वाले दीप सिद्धू पर भी उन्होंने अपनी बात रखी.

राकेश टिकैत ने कहा कि दीप सिद्धू सिख नहीं हैं, वे भाजपा के कार्यकर्ता हैं. पीएम के साथ उनकी एक तस्वीर है. यह किसानों का आंदोलन है और ऐसा ही रहेगा. कुछ लोगों को तुरंत इस जगह को छोड़ना होगा और जो लोग बैरिकेडिंग तोड़ा वे कभी भी आंदोलन का हिस्सा नहीं होंगे. वहीं अपने समर्थकों से लाठियों से लैस होने की अपील करने के वायरल वीडियो पर राकेश टिकैत ने कहा कि हमने कहा कि अपनी लाठी ले आओ. कृपया मुझे बिना छड़ी के एक भी झंडा दिखाएं तो मैं अपनी गलती स्वीकार करूंगा.