नयी दिल्ली : कोरोना वैक्सीन के आपातकालीन उपयोग को बुधवार को मंजूरी नहीं मिली. अब एक जनवरी को फैसला होगा. केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) में विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसीएस) ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई), भारत बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड और फाइजर के आपातकालीन उपयोग प्राधिकरण (ईयूए) के अनुरोध पर विचार करने के लिए बुधवार की दोपहर में मुलाकात की.

मुलाकात के दौरान फाइजर की ओर से आगे समय देने का अनुरोध किया गया. सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक प्राइवेट लिमिटेड द्वारा प्रस्तुत अतिरिक्त डेटा और जानकारी का अवलोकन और विश्लेषण विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा किया रहा है. एसईसी ने अब एक जनवरी फिर से बुलाया है.

मालूम हो कि फाइजर की कोरोना वायरस वैक्सीन लगवाने के एक हफ्ते बाद ही एक स्वास्थ्य कर्मी के कोरोना पॉजिटिव होने की सूचना है. बताया जाता है कि अमेरिका के कैलिफोर्निया में फाइजर की कोरोना वैक्‍सीन लेने के एक सप्ताह बाद अस्पताल में काम करनेवाली एक नर्स कोरोना पॉजिट‍िव हो गयी है.

नर्स ने फेसबुक पोस्ट कर 18 दिसंबर को कोरोना वैक्‍सीन लेने की सूचना दी थी. हालांकि, नर्स ने कहा है कि वैक्‍सीन लेने के बाद कोई साइड इफेक्‍ट नहीं हुआ है. एबीसी न्‍यूज की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 यूनिट में काम करनेवाली नर्स कोरोना को वैक्‍सीन लेने के छह दिन बाद क्रिसमस की पूर्व संध्‍या पर काम करने के बाद ठंड लगने लगी.

उसे थकान महसूस होने के साथ शरीर में भी दर्द होने लगा. बाद में अस्‍पताल ले आने के बाद कोरोना टेस्‍ट कराया गया, जिसमें उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव आयी. मालूम हो कि ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की फाइजर वैक्सीन ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया के साथ करार किया है.

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