‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
Electoral Bond:चुनाव आयोग ने आज यानी रविवार को अपने वेबसाइट पर चुनावी बॉन्ड से संबंधित एक और डेटा जारी किया है. चुनाव आयोग की साझा की गई रिपोर्ट के मुताबिक चुनावी बॉन्ड के शीर्ष खरीदार ‘फ्यूचर गेमिंग एंड होटल सर्विसेज’ ने तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके को 509 करोड़ रुपयों का दान दिया है. बता दें, तमिलनाडु की सत्ताधारी डीएमके पार्टी को चुनावी बॉन्ड के जरिये 656.5 करोड़ रुपये का चंदा मिला है. इसमें लॉटरी किंग के नाम से विख्यात सैंटियागो मार्टिन ने 509 करोड़ रुपये दान दिया है.
डीएमके को किसने दी कितनी रकम
तमिलनाडु में सत्तारूढ़ डीएमके पार्टी को लॉटरी किंग के नाम से विख्यात सेंटियागो मार्टिन के फ्यूचर गेमिंग की ओर से सबसे ज्यादा रकम मिली है. सेंटियागो 1368 करोड़ रुपयों के साथ चुनावी बॉण्ड का सबसे बड़ा खरीदार है. हालांकि उसकी ओर से खरीदे गये बॉन्ड का करीब 37 फीसदी डीएमके पार्टी को गया है. डीएमके को सेंटियागो मार्टिन के अलावा मेघा इंजीनियरिंग की ओर से 105 करोड़ रुपये, इंडिया सीमेंट्स की ओर से 14 करोड़ रुपये और सन टीवी की ओर से 100 करोड़ रुपये दिया गया है.
किस पार्टी को कितना मिला चुनावी चंदा
सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद सार्वजनिक किये गये आंकड़ों के मुताबिक बीजेपी को 2018 में चुनावी बॉन्ड योजना के लागू होने के बाद से बॉण्ड के जरिये सबसे ज्यादा 6,986.5 करोड़ रुपये की धनराशि हासिल हुई है. इसके बाद पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ पार्टी तृणमूल कांग्रेस को चुनावी बॉन्ड के जरिये 1,397 करोड़ रुपये मिले हैं. इसके बाद कांग्रेस को 1,334 करोड़ रुपये और बीआरएस को 1,322 करोड़ रुपये मिले हैं. वहीं, ओडिशा की बीजू जनता दल को चुनावी बॉन्ड के रूप में 944.5 करोड़ रुपये मिले हैं. आंध्र प्रदेश की सत्तारूढ़ पार्टी वाईएसआर कांग्रेस ने करीब 442.8 करोड़ रुपये के बॉण्ड भुनाए. जेडीएस को 89.75 करोड़ रुपये के बॉण्ड मिले.
बीजेपी और टीएमसी ने भुनाया सबसे ज्यादा बॉन्ड
चुनाव आयोग के जारी आंकड़ों के मुताबिक, बीजेपी को सबसे ज्यादा चंदा मिला है. बीजेपी के बाद सबसे ज्यादा चुनावी बॉन्ड तृणमूल कांग्रेस को मिला है. टीएमसी ने चुनावी बॉन्ड के जरिये 1,397 करोड़ रुपये भुनाया है. गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद निर्वाचन आयोग ने चुनावी बॉण्ड से जुड़ी जानकारी अब सार्वजनिक कर दी है. इसी कड़ी में टीडीपी को बॉन्ड के रूप में 181.35 करोड़ रुपये, शिवसेना ने 60.4 करोड़ रुपये, आरजेडी को 56 करोड़ रुपये, समाजवादी पार्टी को 14.05 करोड़ रुपये चुनावी बॉन्ड के रूप में मिले हैं. भाषा इनपुट से साभार
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