‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
भोपाल : कांग्रेस से इस्तीफा देने के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया पर पार्टी कार्यकर्ताओं का गुस्सा फूट पड़ा है. कार्यकर्ता सिंधिया को सोशल मीडिया पर गद्दार कहकर संबोधित कर रहे हैं. वहीं, कई जगहों सिंधिया के खिलाफ कांग्रेस कार्यालय के बाहर पुतला जलाया जा रहा है.
कार्यकर्ता ज्योतिरादित्य की तुलना 1857 में झांसी की रानी के समय सिंधिया राजघराने द्वारा किया गया धोखा से कर रहे हैं. इसके साथ ही कांग्रेस कार्यकर्ता सिंधिया की पिंजरे वाली तस्वीर लगाकर सड़कों पर रैली निकाल रहे हैं.
युथ कांग्रेस के कांग्रेस के अध्यक्ष बी श्रीनिवास ने ट्वीट किया, बुंदेले हरबोलों की मुंह से सुनी कहानी थीच कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ताओं से की गद्दारी थी. उन्हों इसके साथ एक वीडियो भी अटैच किया है.
@ankitdedha09 कांग्रेस के छात्रविंग इकाई में महासचिव हैं. उन्होंने ट्वीट कर लिखा कि कांग्रेस ने जिन्हें मान सम्मान दिया, उन्होंने पार्टी को धोखा दिया.
बुंदेलों हरबोलों के मुँह से सुनी कहानी थी,
— Srinivas B V (@srinivasiyc) March 11, 2020
कांग्रेस के लाखों कार्यकर्ताओं से की गद्दारी थी.. pic.twitter.com/ZrIV4NFlcp
वहीं @aashu_nsui ने ट्वीट कर लिखा है कि आज जिस तरह सिंधिया ने कांग्रेस परिवार को अपने कार्यकर्ताओं को धोखा दिया,उन्होंने साबित कर दिया वो गद्दार थे,गद्दार है,और गद्दार रहेंगे, भाजपा को ऐसे गद्दार मुबारक हो.
आज जिस तरह सिंधिया ने कांग्रेस परिवार को अपने कार्यकर्ताओं को धोखा दिया,उन्होंने साबित कर दिया वो गद्दार थे,गद्दार है,और गद्दार रहेंगे, भाजपा को ऐसे गद्दार मुबारक हो।
— Aashutosh Chouksey (@AASHU_NSUI) March 10, 2020
NSUI ने आज गद्दार सिंधिया का पुतला फूंका।। pic.twitter.com/hawtQTYo1g
एमपी की सरकार खतरे में– ज्योतिरादित्य के कांग्रेस छोड़ने के बाद से ही माना जा रहा है कि मध्यप्रदेश की कमलनाथ सरकार गिर जायेगी. सिंधिया के साथ ही 22 विधायकों ने कांग्रेस से इस्तीफा दे दिया था, जसके बाद से ही सरकार अल्पमत में आ गयी है. हालांकि अभी मामला विधानसभा अध्यक्ष के पास है.
कार्यकर्ताओं ने पुतला जलाया- राज्य के विभिन्न जगहों पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने सिंधिया का पुतला जलाकर विरोध किया. वहीं माना जा रहा है कि शुक्रवार को सिंधिया मध्यप्रदेश पहुंचेंगे जहां वे राज्यसभा के लिए नामांकन दाखिल करेंगे.