केंद्र सरकार द्वारा प्रस्तावित अग्निपथ स्कीम (Agneepath Scheme) को लेकर पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान (CM Bhagwant Mann) ने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही अग्निपथ योजना का विरोध करने के लिए राज्य विधानसभा में एक प्रस्ताव लेकर आएगी. विधानसभआ में जारी बजट सत्र में शून्य काल के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रताप सिंह बाजवा ने अग्निपथ का मुद्दा उठाया था, जिसका मुख्यमंत्री मान ने समर्थन किया है. इस दौरान बाजवा ने कहा कि अग्निपथ योजना से पंजाब के युवाओं पर नकारात्मक प्रभाव पड़ेगा.


योजना पंजाब के हिंतों के विरुद्ध- बाजवा

शून्य कालके दौरान प्रताप सिंह बाजवा ने कहा कि यह योजना पंजाब के हितों के विरुद्ध है. बाजवा ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि योजना के चलते सेना में पंजाब का प्रतिनिधित्व मौजूदा 7.8 प्रतिशत से गिरकर भविष्य में 2.3 प्रतिशत रह जाएगा. उन्होंने मुख्यमंत्री से अग्निपथ योजना के खिलाफ मौजूदा विधानसभा सत्र में संयुक्त प्रस्ताव लाने की मांग की.

सीएम मान ने बाजवा के सुझाव का किया समर्थन

मान ने मामले को भावनात्मक मुद्दा करार दिया और बाजवा के सुझाव का समर्थन करते हुए कहा कि देश के सभी राज्यों की विधानसभाओं को इस योजना के खिलाफ प्रस्ताव लाना चाहिए. मान ने बाजवा के सुझाव पर जवाब देते हुए कहा, मैं अग्निपथ योजना के खिलाफ हूं और आपसे सहमत हूं. मान ने कहा कि इस पर विचार किया जाएगा.

अग्निपथ योजना देश के लिए दुर्भाग्यपूर्ण- मान

मुख्यमंत्री मान ने कहा यह देश के दुर्भाग्यपूर्ण और अविश्वनीय है कि नौजवान भरी जवानी में बिना कोई पेंशन या अन्य कोई लाभ के देश की सेवा करेंगे. उन्होने कहा केंद्र सरकार बिना किसी तैयारी के अपना काम कर रही है. देश के नौजवान 17 साल की उम्र में सेना में भर्ती होंगे और 21 साल की उम्र में सेवामुक्त हो जायेगा, यह योजना देश की दयनीय स्थिति को दर्शाती है.

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अग्निपथ स्कीम नौजवानों के साथ धोखा- मान

मुख्यमंत्री मान ने अग्निपथ योजना किसी भी कीमत पर स्विकार्य नहीं है, यह देश के नौजवानों के साथ धोखा है. मान ने कहा कि पंजाब सरकार केंद्र सरकार के इस योजना का जमकर विरोध करेगी और इसके विरोध में जल्द प्रस्ताव लाया जायेगा. वहीं मान ने देशभर की पार्टियों से भी अग्निपथ योजना का विरोध करने और सहयोग करने की अपील की है.