CBSE Board Class 10, 12 Remaining Exam Date 2020 Latest Updates: CBSE यानी केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड ने कक्षा 10वीं की लंबित विषयों को न कराने का फैसला किया है. ये बात इंडिया टुडे चैनल से बात करते हुए सीबीएसई के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने कही. उन्होंने कहा कि दसवीं की अब और परीक्षाएं नहीं होंगी उन्हें इंटरनल एसेस्मेंट के आधार पर ही प्रमोट कर दिया जाएगा. हालांकि आज ही बोर्ड के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर जारी विज्ञप्ति के अनुसार परीक्षाएं लॉकडाउन के बाद होंगी इनकी तारीखों की घोषणाएं भी तभी होंगी. उसमें कहीं भी 10वीं की परीक्षाएं अब नहीं कराने की बात नहीं कही गई है.

सीबीएसई के ट्वीट के मुताबिक, “हाल ही में सीबीएसई की 10वीं बोर्ड परीक्षाओं को लेकर कई तरह की अफवाहें सुनने को मिल रही हैं. ऐसे में यह फिर से दोहराया जा रहा है कि 10वीं और 12वीं कक्षाओं के 29 विषयों पर बोर्ड ने जो फैसला लिया था वह अब भी उसी पर कायम है. इस बारे में 1 अप्रैल 2020 को सर्कुलर जारी कर जानकारी दी गई थी.”

दसवीं की लंबित परीक्षााओं के बारे में हालांकी सीबीएससी ने ऐसी कोई जानकारी नहीं दी है पर इंडिया टुडे को दिए गए एक इंटरव्यू में CBSE के सचिव अनुराग त्रिपाठी ने बताया की दसवीं बोर्ड की बाकी बचे विषयों की परीक्षा नहीं ली जाएगी.

कब तक आएगा रिजल्ट

सीबीएसई के परीक्षा नियंत्रक अनुराग त्रिपाठी ने जानकारी दी है कि 10वीं व 12वीं के जिन पेपर्स की परीक्षाएं ली जा चुकी हैं, उनकी आंसर शीट्स का मूल्यांकन कुछ जगहों पर शुरू हो चुका है। लेकिन क्योंकि परीक्षाएं अभी बाकी हैं, तो रिजल्ट तैयार होने में कम से कम दो महीने का समय लगेगा। यानी जून अंत से पहले रिजल्ट की संभावना नहीं है।

NEET और JEE की परीक्षा भी हो सकती है जल्द

मेडिकल व इंजीनयरिंग एडमिशन के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षाएं NEET और JEE Main का आयोजन भी काफी हद तक 12वीं बोर्ड एग्जाम रिजल्ट पर निर्भर करता है.

दिल्‍ली के उपमुख्‍यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखर‍ियाल ‘निशंक’ से कहा कि कोरोनावायरस के चलते उत्‍पन्न हुए हालातों के मद्देजनर बोर्ड की पेंडिंग परीक्षाओं को आयोजित करना मुमकिन नहीं है. ऐसे में स्‍टूडेंट्स को उनके इंटरनल नंबरों के आधार पर अगली कक्षा में प्रमोट कर देना चाहिए.

इधर उत्तर प्रदेश बोर्ड से 4 मई से बोर्ड परीक्षा की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन शुरू होने की उम्मीद है. बताया जा रहा है कि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री ने राज्य के शिक्षा मंत्रियों और मानव संसाधन विकास मंत्री की एक बैठक में यह भी कहा कि यूपी बोर्ड ने एनसीईआरटी पाठ्यक्रम को अपनाया है और एक बार के उपाय के रूप में पाठ्यक्रम को सीमित करने के बारे में सोच सकते हैं.