31 साल पुराने मामले को लेकर कर्नाटक पुलिस ने एक कार सेवक को गिरफ्तार किया है. इस गिरफ्तारी के खिलाफ बीजेपी में उबाल है. दरअसल 31 साल पुराने एक केस के सिलसिले में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े एक कारसेवक को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इस कार्रवाई के बाद बीजेपी का गुस्सा फूट पड़ा है. प्रदेश बीजेपी ने कर्नाटक सरकार के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. प्रदेश बीजेपी के नेताओं का कहना है कि कांग्रेस सरकार जानबूझकर कारसेवक को निशाना बना रही है. वहीं, गिरफ्तारी के खिलाफ बीजेपी 3 जनवरी को प्रदर्शन करने वाली है.

बीजेपी ने किया गिरफ्तारी का विरोध
मामले को लेकर कर्नाटक बीजेपी के प्रमुख बीवाई विजयेंद्र ने कहा है कि 1992 में ढांचा गिराए जाने के बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन का दौर चला था. कहीं कहीं झड़प भी हुई थी. इसी मामले को लेकर कर्नाटक पुलिस ने एक कारसेवक को गिरफ्तार किया है. बीजेपी का कहना है कि प्रदेश सरकार ने हुबली में 31 साल पुराने मामले को खोला और एक कार सेवक को गिरफ्तार कर लिया है. बीजेपी ने इसकी कड़ी निंदा करती है.

कांग्रेस को खटक रहा है राम मंदिर-बीजेपी
बीजेपी का आरोप है कि कांग्रेस को अयोध्या में बन रहा राम मंदिर खटक रहा है. बीजेपी का कहना है कि जो मामला 31 साल पुराना हो चुका है उस मामले में सरकार कारसेवक को गिरफ्तार कर रही है. बीजेपी का कहना है कि एसडीपीआई और पीएफआई के आरोपियों को छोड़ देते हैं लेकिन राम भक्तों को 31 साल बाद भी गिरफ्तार कर लेते हैं. बीजेपी ने कांग्रेस पर हिंदू विरोधी होने का भी आरोप लगाया है.

सीएम सिद्धारमैया ने किया पलटवार
इधर, बीजेपी के आरोपों पर कर्नाटक के सीएम सिद्धारमैया ने पलटवार करते हुए कहा कि एक अपराधी तब तक अपराधी ही रहता है जब तक कि कोर्ट उसे बरी न कर दे. उन्होंने कहा जिसने भी अपराध किया है उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि हमने किसी निर्दोष को गिरफ्तार नहीं किया है. 

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