‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
MP Assembly Election 2023: मध्य प्रदेश में चुनाव से पहले नेताओं की बयानबाजी के चर्चे जोरों पर होने लगे हैं. इस क्रम में बीजेपी के दिग्गज नेता और इंदौर 1 से प्रत्याशी कैलाश विजयवर्गीय के बयान से राजनीति गरम हो गई है. दरअसल, उन्होंने इशारों इशारों में सीएम पद की दावेदारी पेश कर दी. एक कार्यक्रम के दौरान कैलाश विजयवर्गीय कहते नजर आये कि मैं खाली विधायक बनने के लिए नहीं आया हूं, पार्टी कुछ और बड़ी जवाबदारी मुझे देने का मन बना रही है. गौर हो कि बुधवार को मध्य प्रदेश में लाडली बहनाओं के खाते में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने योजना की किश्त डाली जिसका सीधा प्रसारण इंदौर की विधानसभा एक में भी किया गया. जहां विजयवर्गीय मौजूद थे. इस दौरान उन्होंने कहा कि मैं आपको फिर से विश्वास दिलाता हूं. बीजेपी की सरकार फिर से बनेगी. मैं खाली विधायक बनने नही आया हूं. मुझे और भी कुछ बड़ी जवाबदारी पार्टी देगी. जब बड़ी जवाबदारी बीजेपी की ओर से मुझे दी जाएगी तो बड़ा काम भी करूंगा.
बुधवार शाम विधानसभा एक में बीजेपी मंडल कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए कैलाश विजयवर्गीय ने कहा कि मैं जब से इस विधानसभा से उम्मीदवार घोषित किया गया हूं अफसरों की नींद उड़ गई है. उन्होंने यहां तक कह दिया कि अब तक मध्य प्रदेश में ऐसा कोई अफसर पैदा नही हुआ जो मैं कहूं और काम ना करे. आपको बता दें कि जब से कैलाश विजयवर्गीय इंदौर विधानसभा 1 से बीजेपी के विधायक प्रत्याशी बनाए गए हैं, तब से वो अपने क्षेत्र में प्रत्येक कार्यकर्ताओं से मुलाकात कर उनके साथ बैठक कर रहे हैं. पिछले 15 दिनों में उन्होंने करीब 50 से अधिक बैठकें कर ली है. उन्होंने कई कार्यकर्ताओं से मुलाकात की और यह सिलसिला लगातार जारी है.
इंदौर-1 विधानसभा सीट का समीकरण क्या है जानें
कैलाश विजयवर्गीय मध्य प्रदेश की इंदौर-1 विधानसभा सीट से चुनाव लड़ रहे हैं. इस सीट पर नजर डालें तो यहां 3 लाख 48 हजार मतदाता हैं. इस विधानसभा में 178819 पुरुष मतदाता है जबकि 169107 महिला मतदाताओं की संख्या हैं. विधानसभा क्रमांक-01 पर अधिकांशतः बीजेपी का कब्जा रहा है. इस क्षेत्र की बात करें तो यहां ब्राह्मण मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक है. जैन समुदाय के मतदाता भी इस सीट पर हार-जीत में बड़ी भूमिका अदा करते दिखते हैं. 2013 के चुनाव पर नजर डालें तो यहां बीजेपी ने सुदर्शन गुप्ता को मैदान में उतारा था. उन्हें 99558 वोट देकर मतदाताओं ने विजय दर्ज करवाया था. 2013 के चुनाव में निर्दलीय कमलेश खंडेलवाल को 54176 वोटों अंतर से सुदर्शन गुप्ता ने हराया था. वहीं कांग्रेस के दीपू यादव को 37595 मतों से ही संतोष करना पड़ा था.
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कैलाश विजयवर्गीय ने टिकट मिलने के बाद क्या कहा था
बीजेपी की दूसरी सूची जारी होने के बाद से प्रदेश की राजनीति गरम है. दरअसल, दूसरी लिस्ट में 7 सांसदों को विधानसभा का टिकट बीजेपी की ओर से दिया गया है. इस सूची में कैलाश विजयवर्गीय का भी नाम था. उन्होंने चुनाव में टिकट मिलने के बाद मीडिया से बात की थी. इस दौरान उन्होंने कहा था कि हमें (बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को) कांग्रेस का सूपड़ा साफ करने के लिए चुनावी मैदान में उतारा गया है. बीजेपी के दिग्गज नेता ने ये भी कहा कि सूबे के विधानसभा चुनावों में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं को उम्मीदवार के तौर पर उतारे जाने से कांग्रेस का गढ़ा यह विमर्श टूट गया है कि कांग्रेस चुनाव जीतने जा रही है. विजयवर्गीय ने कहा कि उन्होंने बीजेपी संगठन के सामने पूर्व में इच्छा जताई थी कि वह चुनाव नहीं लड़ना चाहते. उन्होंने कहा कि चुनावी टिकट मिलने से मैं आश्चर्यचकित हूं. बीजेपी संगठन द्वारा मुझे फिर से चुनावी राजनीति में भेजा जाना मेरे लिए सौभाग्य की बात है. मैं पार्टी की अपेक्षाओं पर खरा उतरने की कोशिश करूंगा.