कांग्रेस नेता राहुल गांधी के नेतृत्व में भारत जोड़ो न्याय यात्रा निकाली जा रही है. फिलहाल यह यात्रा असम से गुजर रही है. इस दौरान प्रदेश के सोनितपुर जिले उस समय पुलिस और सुरक्षाकर्मियों के लिए मुश्किल की घड़ी हो गई जब भीड़ ने राहुल गांधी की बस को रोक लिया. भीड़ मोदी-मोदी के नारे भी लगाने लगी. भीड़ को सामने देख राहुल गांधी ने हाथ हिलाकर सबका अभिवादन किया. इसके बाद वो खुद बस से नीचे उतर गये. वहीं, राहुल गांधी की सुरक्षा में तैनात जवानों ने उन्हें वापस बस में बैठने की सलाह दी. गौरतलब है कि इससे पहले पार्टी के नेता जयराम रमेश की गाड़ी के सामने भी तथाकथित रूप से बीजेपी के कार्यकर्ता आ गए थे. उन्होंने कांग्रेस नेता की गाड़ी से भारत जोड़ो यात्रा के स्टीकर फाड़ दिए थे, और आरोप है कि उन्होंने यात्रा के साथ रहे मीडिया कर्मियों से भी धक्का मुक्की की थी.

हम किसी से नहीं डरते- राहुल गांधी
वहीं, घटना के बाद राहुल गांधी ने एक सभी कर बताया कि 20 से 25 बीजेपी कार्यकर्ता लाठी लेकर हमारी बस के सामने आए और जब मैं बस से बाहर आया तो वे भाग गए. राहुल ने कहा कि उन्हें लगता है कि कांग्रेस बीजेपी और आरएसएस से डर गई है , वे सपना देख रहे हैं. वे जितने चाहें उतने पोस्टर और तख्तियां फाड़ सकते हैं, हमें कोई परवाह नहीं है. हम किसी से नहीं डरते, हम न तो पीएम नरेंद्र मोदी से डरते हैं और न ही असम के सीएम से.

जयराम रमेश के काफिले पर हले की खबर
इससे पहले भारत जोड़ो यात्रा में शामिल कांग्रेस नेता जयराम रमेश के काफिले पर हमला करने का भी मामला सामने आया है. जहां, तथाकथित रूप से कुछ हमलावरों ने वाहनों से भारत जोड़ो यात्रा के स्टीकर फाड़ दिए. घटना को लेकर कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने दावा किया है कि उनकी कार पर बीजेपी के ‘गुंडों ने हमला किया है. बता दें,  असम के सोनितपुर जिले में जमुगुरीघाट में जयराम रमेश के वाहन पर कथित रूप से बीजेपी समर्थकों ने हमला कर दिया. इस दौरान भारत जोड़ो न्याय यात्रा के साथ जा रहे मीडियाकर्मियों के साथ उपद्रवियों ने हाथापाई की. 

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