देश के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने 16 मई 1996 को देश के पहले गैर कांग्रेसी प्रधानमंत्री के रूप में शपथ ली थी. लेकिन उनकी सरकार अपना बहुमत साबित नहीं कर पायी थी और मात्र 13 दिन में उनकी सरकार गिर गयी थी. अविश्वास प्रस्ताव का जवाब देते हुए अटल बिहारी वाजपेयी ने ऐसा ऐतिहासिक भाषण दिया था कि पूरा विपक्ष संसद में मौन था और पूरा देश अटल बिहारी वाजपेयी के भाषण से स्तब्ध था. अटल बिहारी वाजपेयी भारतीय राजनीति के सर्वश्रेष्ठ वक्ताओं में गिने जाते हैं. अटल बिहारी वाजपेयी का यह भाषण उसका उदाहरण है. अटल जी भारतीय राजनीति के एक ऐसे नेता हैं, जिनके प्रशंसक उनके विरोधी भी रहे हैं. आप उनकी पुण्यतिथि पर एक बार फिर सुने उनका यह ऐतिहासिक भाषण.

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