कांग्रेस में अंदरुनी कलह चरम पर ( Infighting in Congress at peak) है. बिहार चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बाद कई नेताओं ने एक बार फिर केंद्रीय नेतृत्व पर बड़ा सवाल उठाया है. इसके साथ ही हार के लिए एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर भी जारी है. इधर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता गुलाम नबी आजाद (Ghulam Nabi Azad) ने भी अपनी भड़ास निकाली और पार्टी पर जमकर गुस्सा निकाला. आजाद ने पार्टी नेताओं पर भड़कते हुए कहा, 5 स्टार कल्चर के साथ नहीं जीत सकते चुनाव.

उन्होंने समाचार एजेंसी एनएनआई के साथ बातचीत में कई सवालों के जवाब दिये. उन्होंने कहा, हम सभी हारों से चिंतित हैं. खासकर बिहार और उपचुनाओं में पार्टी के प्रदर्शन से. उन्होंने कहा, मैं हार के लिए लीडरशिप को जिम्मेदार नहीं मानता हूं. हमारे लोगों ने जमीनी स्तर पर जुड़ाव खो दिया है. उन्होंने कहा आपको पार्टी से प्यार होना चाहिए.

उन्होंने बातचीत में कहा, हमारे लोगों का ब्लॉक स्तर पर, जिला स्तर पर लोगों के साथ कनेक्शन टूट गया है. जब कोई पदाधिकारी हमारी पार्टी में बनता है तो वो लेटर पैड छाप देता है, विजिटिंग कार्ड बना देता है, वो समझता है बस मेरा काम खत्म हो गया, काम तो उस समय से शुरू होना चाहिए.

कांग्रेस में बगावत नहीं, सुधारों की तलाश : आजाद

कांग्रेस पार्टी में बगावत और असंतोष पर गुलाम नबी आजाद ने कहा, कांग्रेस पार्टी में कोई विद्रोह नहीं है. विद्रोह का अर्थ है किसी को प्रतिस्थापित करना. यह कोई विद्रोह नहीं है. यह सुधारों के लिए है. उन्होंने कहा, पार्टी अध्यक्ष पद के लिए कोई अन्य उम्मीदवार नहीं है.

पार्टी का ढांचा कमजोर हो गया : आजाद

आजाद ने कहा, हमारा ढांचा कमजोर है, हमें ढांचा पहले खड़ा करना पड़ेगा. फिर उसमें कोई भी नेता हो चलेगा. सिर्फ नेता बदलने से आप कहेंगे कि पार्टी बदल जाएगी, बिहार आएगा, मध्य प्रदेश आएगा, उत्तर प्रदेश आएगा, नहीं वो सिस्टम से बदलेगा.

5-स्टार से नहीं लड़े जाते चुनाव : आजाद

गुलाम नबी आजाद ने पार्टी नेताओं के व्यवहार पर सवाल उठाया और कहा, 5-स्टार से चुनाव नहीं लड़े जाते. हमारे नेताओं के साथ समस्या है कि अगर टिकट मिल गया तो 5-स्टार में जाकर बुक हो जाते हैं. एयर कंडीशनर गाड़ी के बिना नहीं जाएंगे. जहां कच्ची सड़क है वहां नहीं जाएंगे. जब तक ये कल्चर हम नहीं बदलेंगे, हम चुनाव नहीं जीत सकते.

Posted By – Arbind Kumar Mishra