आंध्र प्रदेश महिला आयोग ने दिया आदेश, कहा-बलात्कारियों की चमड़ी उधेड़ सड़क पर घुमाया जाये

अमरावती : आंध्र प्रदेश महिला आयोग ने अपने एक आदेश में कहा है कि बलात्कारियों की चमड़ी उधेड़कर सड़कों पर घुमाया जाना चाहिए. वह चाहता है कि बलात्कार जैसे अपराधों से खुद की रक्षा करने के लिए कॉलेज की छात्राओं को चाकू बांटना बांटना चाहिए. विशाखापत्तनम के एक सरकारी अस्पताल में दो रेप पीड़िताओं से […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | May 25, 2017 2:28 PM
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अमरावती : आंध्र प्रदेश महिला आयोग ने अपने एक आदेश में कहा है कि बलात्कारियों की चमड़ी उधेड़कर सड़कों पर घुमाया जाना चाहिए. वह चाहता है कि बलात्कार जैसे अपराधों से खुद की रक्षा करने के लिए कॉलेज की छात्राओं को चाकू बांटना बांटना चाहिए. विशाखापत्तनम के एक सरकारी अस्पताल में दो रेप पीड़िताओं से मिलने के बाद भावुक हुईं आयोग की अध्यक्ष नन्नापनेनी राजकुमारी ने कहा कि बलात्कारियों की चमड़ी उधेड़ दी जानी चाहिए और उनका सड़क पर जुलूस निकालना चाहिए.

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टीडीपी की इस नेता ने कहा कि हम कानून लाने की योजना बना रहे हैं. जब कुछ मर्द जंगली जानवरों जैसा व्यवहार करते हैं और इस तरह की क्रूर हरकतों का सहारा लेते हैं, तो मुझे लगता है कि लड़कियों के हाथ में चाकू दे देने चाहिए. इसके लिए एक कानून लाना जरूरी है.
पूर्व विधायक राजकुमारी ने कहा कि हम उनकी चमड़ी उधेड़ देंगे. पुलिस को भी पकड़े जाने पर बलात्कारियों के चेहरे नहीं ढंकने चाहिए. इसकी बजाय सड़कों पर उनका जुलूस निकाला जाना चाहिए, जहां लोग उन्हें जूते-चप्पलों और झाडू से मारे और इसके बाद ही उन्हें पुलिस थाने में बंद किया जाये.
राजकुमारी ने कहा कि निर्भया मामले के दोषियों की तरह यहां भी बलात्कारियों को फांसी की सजा दी जानी चाहिए या कम से कम उम्रकैद की सजा दी जाये. उन्होंने महिलाओं के साथ होने वाले अपराधों को रोकने के लिए कॉलेजों, छात्रावासों, कार्यस्थलों और अस्पतालों में अनिवार्य रूप से सीसीटीवी लगाने की मांग की.
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