‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
गुडगांव (हरियाणा) : ओल्ड गुडगांव में शिवसेना के 200 से ज्यादा कार्यकर्ताओं ने नवरात्रि के मद्देनजर केएफसी आउटलेट समेत मांस की करीब 500 दुकानें नौ दिन के लिए बंद करवा दी. उन्होंने दुकान मालिकों को कल धमकाया और कहा कि वह हर मंगलवार अपने प्रतिष्ठानों को बंद रखा करें.
शिवसेना की गुडगांव इकाई के अध्यक्ष गौतम सैनी ने कहा, ‘‘हमने केएफसी समेत मांस की दुकानों के मालिकों और फास्ट फूड विक्रेताओं से कहा है कि वह नवरात्रि खत्म होने तक अपनी दुकानें बंद रखें. इसके अलावा हर मंगलवार को भी दुकान बंद रखने को कहा गया है.” शिवसेना के कार्यकर्ता कल पालम विहार में इकट्ठा हुए थे और मांस बाजार को जबरन बंद करवाया था. उन्होंने अन्य इलाकों में बिस्मिल्लाह खान जैसे खान-पान के अन्य ठिकाने और ढाबे भी बंद करवाए.
गुडगांव पुलिस के सहायक पुलिस आयुक्त के जनसंपर्क अधिकारी मनीष सहगल ने कहा कि मांस की दुकानें बंद करवाई गईं थी लेकिन बाद में वे खोल दी गयीं. इन दुकानों के पास मांस बिक्री के लिए व्यावसायिक लाइसेंस हैं. दुकानों को गैरकानूनी ढंग से बंद करवाने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.