मुंबई : उत्तर प्रदेश का मुख्यमंत्री हिंदुत्व समर्थक योगी आदित्यनाथ को चुन लिये जाने के बाद लोगों की प्रतिक्रिया तेजी से आ रही है. विपक्ष जहां इस फैसले को धर्मनिरपेक्षता पर ‘सबसे बडा हमला’ बताया है, वहीं पार्टी की आधिकारिक प्रतिक्रिया में कहा गया कि पार्टी लोगों के हितों के प्रहरी के रुप में काम करेगी.

इधर महाराष्‍ट्र में भाजपा की सबसे पूरानी सहयोगी पार्टी जो अब लगभग अलग हो चुकी है शिवसेना की ओर से योगी आदित्‍यनाथ को लेकर बड़ा बयान सामने आया है. शिवसेना के प्रवक्‍ता संजय राउत ने कहा कि योगी को अब अपने बयानों में संयम रखना पड़ेगा.

राउत ने कहा, अब विवादास्‍पद बयानों से काम नहीं चलेगा क्‍योंकि वो देश के सबसे बड़े राज्‍य के मुख्‍यमंत्री बनने जा रहे हैं. उन्‍होंने कहा, मेरे पास इन विषय पर टिप्‍पणी करने के लिए कुछ नहीं है क्‍योंकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुआई में भाजपा सरकार ने योगी को मुख्‍यमंत्री के लिए चुना है, लेकिन योगी को अब विवाद बढ़ाने वाले बयानों से बचना चाहिए. उन्‍होंने कहा, अगर योगी उसी तरह के बयान देते रहे तो राज्‍य का माहौल बिगड़ेगा.राउत से जब राममंदिर निर्माण के बारे में पूछा गया तो उन्‍होंने कहा, अगर योगी के रहते अयोध्‍या में राममंदिर का निर्माण नहीं होता है तो फिर कभी नहीं बन पायेगा.