श्रीनगर : अलगाववादी नेता यासिन मलिक और एसएएस गिलानी को आज प्रवर्तन निदेशालय ने मनी लॉड्रिंग और फेमा के मामले में समन जारी किया है. अलगाववादी नेता यासिन मलिक को निदेशालय के सामने 28 मार्च को पेश होने का आदेश दिया गया है, जबकि गिलानी को तीन अप्रैल को पेश होने का आदेश है.

गौरतलब है कि आयकर विभाग ने वर्ष 2002 में गिलानी के आवास पर छापेमारी की थी, उस समय उनके आवास से कई कीमती सामान और हीराजड़ित घड़ी भी बरामद किया था, जिसे पाकिस्तान सरकार ने उन्हें तोहफे में दिया था. जिसपर 1.5 करोड़ का टैक्स बकाया है.

यह मामला तीन वर्षों तक कोर्ट में चला था, बाद में उन्हें 1.73 करोड़ का टैक्स जमा करने का आदेश दिया गया था. तब से यह मामला ईडी और आईटी विभाग के पास लंबित था. ऐसी जानकारी भी है कि मलिक और अन्य अलगावादी नेताओं ने एक लाख अमेरिकी डॉलर भी प्राप्त किया है.