नयी दिल्ली : मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर ने रक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा दे दिया. राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने मनोहर पर्रिकर का इस्तीफा स्वीकार कर लिया है. वित्त मंत्री अरुण जेटली को रक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है. मंगलवार को पर्रिकर गोवा के मुख्यमंत्री के तौर पर शपथ लेंगे. पर्रिकर दोबारा राज्य की राजनीति में वापल लौट रहे हैं.उन्होंने गोवा में सरकार बनाने का दावा करने के लिए समर्थन पत्रों के साथ राज्यपाल मृदुला सिन्हा से मुलाकात की है. मुख्यमंत्री के रूप में पर्रिकर की एक अलग पहचान है.

उनकी सादगी और विनम्रता के विरोधी भी मुरीद हैं. यही कारण है कि गोवा के नवनिर्वाचित भाजपा विधायकों ने पार्टी विधायक दल के नेता के रूप में रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर का सर्वसम्मति से समर्थन किया है तथा महाराष्ट्रवादी गोमांतक पार्टी (एमजीपी) ने भी कहा, अगर पर्रिकर अगुवाई करेंगे तो वह समर्थन के लिए तैयार हैं. यही कारण है कि अब पर्रिकर दोबारा गोवा लौट रहे हैं.

भाजपा को गोवा में 12 सीटें मिली है जबकि कांग्रेस के पास 17 सीटें हैं. सरकार बनाने के लिए 21 का आकड़ा चाहिए. एमजीपी, गोवा फारवर्ड और निर्दलीयों ने तीन-तीन सीटें जीती है. राकांपा को एक सीट मिली है. भाजपा समर्थन के साथ सरकार बना रही है. गोवा में सरकार गठन के लिए बहुमत जुटाने की भाजपा की कोशिश को तब पंख लग गये जब एमजीपी ने पर्रिकर को मुख्यमंत्री नियुक्त करने पर इस भगवा दल का समर्थन करने की बात कही. लोबो ने कहा, ‘एमजीपी पहले ही समर्थन व्यक्त कर चुका है.