नयी दिल्ली : उत्तरप्रदेश सहित पांच राज्यों में चुनाव की तारीख का एलान बुधवार को कर दिया गया है. इसके साथ ही सभी पांच राज्यों की अगली संभावित सरकार किस दल या गंठबंधन की होगी, इसे लेकर आंकड़ों को टटोलने का दौर शुरू हो गया है.
एबीपी, लोकनीति और सीएसडीएस के सर्व के की माने तो उत्तरप्रदेश, उत्तराखंड और पंजाब में बीजेपी अच्छा करती दिख रही है. उत्तराखंड में सत्ता कांग्रेस के हाथ से निकलती दिख जान पड़ रही है, जबकि उत्तरप्रदेश में समाजवादी पार्टी में विभाजन नहीं भी होता है, तो भी अखिलेश यादव को सत्ता में लौटने के लिए कम-से-कम एक चौथाई सीटों का समर्थन पाने के लिए दूसरे दलों या निर्दलीय को मनाना पड़ सकता है. यहां किसी दल को स्पष्ट बहुमत मिलता नहीं दिख रहा और राज्य त्रिशंकु विधानसभा की ओर बढ़ सकती है. भाजपा उत्तराखंड में दोबारा लौटती रही है.
पंजाब भाजपा-अकाली दल की झोली में जा सकती है. एबीपी, लोकनीति और सीएसडीएस के सर्व में पांच राज्यों में आम लोगों के मिजाज को टटोलने की कोशिश की गयी. इस सर्वे में पांचों राज्यों में भाजपा अपनी पकड़ औऱ मजबूत करती नजर आ रही है, तो कांग्रेस पंजाब, उत्तराखंड में भाजपा को टक्कर दे रही है. गोवा और पंजाब में आम आदमी पार्टी पहली बार चुनाव लड़ रही है, जहां आप नयी पार्टी के रूप में लोगों को पसंद आ रही है. मतदाता इस बात से खुश है कि उन्हें दो या तीन पार्टियों की तुलना में एक और पार्टी ऑप्शन के रूप में मिल गयी है.
उत्तराखंड की जनता का क्या है मूड: एक नजर में
उत्तराखंड में 70 सीटें हैं. कांग्रेस अपने इस किले को बचानी की पूरी कोशिश करेगी, लेकिन सर्वे में कांग्रेस को यहां नुकसान होता दिख रहा है. उत्तराखंड में आयी तबाही के बाद कांग्रेस ने अपना जनाधार समेटने के लिए हरीश रावत को मुख्यमंत्री बनाया. इसके बाद भी सर्वे अपने नतीजे के साथ कांग्रेस के लिए सवाल खड़े कर रहा है.
भारतीय जनता पार्टी : उत्तराखंड में भाजपा को 35 -43 सीटें मिल सकती हैं.
कांग्रेस : उत्तराखंड में कांग्रेस को 26 सीटें मिली थीं. इस बार कांग्रेस को 22 से 30 सीटें मिल सकती हैं.