क्यूबा में कास्त्रो का अंतिम संस्कार प्रारंभ, नये दौर में प्रवेश कर रहा है देश

क्यूबा : क्यूबा में क्रांति की जन्मस्थली रहे स्थान के एक कब्रिस्तान में फिदेल कास्त्रो की अस्थियों को ले जाये जाने के साथ इस देश में एक नये युग की शुरआत हुई है. इस कम्युनिस्ट नेता ने इस द्वीप पर दशकों तक शासन किया था. सप्ताह भर की प्रार्थना सभाओं और रैलियों के दौर को […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | December 4, 2016 9:35 PM

क्यूबा : क्यूबा में क्रांति की जन्मस्थली रहे स्थान के एक कब्रिस्तान में फिदेल कास्त्रो की अस्थियों को ले जाये जाने के साथ इस देश में एक नये युग की शुरआत हुई है. इस कम्युनिस्ट नेता ने इस द्वीप पर दशकों तक शासन किया था. सप्ताह भर की प्रार्थना सभाओं और रैलियों के दौर को खत्म करते हुए पूर्वी शहर सैंटियागो डे क्यूबा के सांता इफिगेनिया कब्रिस्तान में एक जीप में उनकी अस्थि-कलश को लाया गया. इस मौके पर बडी संख्या में मौजूद लोगों ने ‘फिदेल को सलाम’ के नारे लगाये.

करीब 90 वर्ष की आयु में 25 नवंबर को क्यूबा के इस क्रांतिकारी नेता का निधन हो गया था. उनके भाई और देश के मौजूदा राष्ट्रपति राउल कास्त्रो के मुताबिक एक ‘सादे’ समारोह में फिदेल के अवशेष को 19वीं सदी के स्वतंत्रता संग्राम के नायक जोस मार्ती के मकबरे के पास दफना जाएगा.
अंतिम संस्कार समारोह आम लोगों के लिए खुला हुआ नहीं है. कल रात राउल कास्त्रो ने सैंटियागो के रिवोल्यूशन प्लाजा में अपने भाई के सम्मान में आयोजित अंतिम विशाल रैली की अगुवाई की और समाजवादी विचार को जारी रखने का संकल्प जताया. राउल ने कहा, ‘‘फिदेल की अस्थियों के समक्ष…हम अपनी पैतृक भूमि और समाजवाद के संरक्षण का संकल्प लेते हैं.” उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने :फिदेल ने: दिखाया कि हम किसी भी बाधा, खतरे और क्यूबा में समाजवाद को कायम करने के अपने दृढ संकल्प के रास्ते में आने वाली किसी तरह की दिक्कत को पार पा सकते थे, पार पा सकते हैं और पार पा सकेंगे.”

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