‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
जालना (महाराष्ट्र) : ऑल इंडिया मजलिस ए इत्तेहादुल मुसलमीन (एआईएमआईएम) के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने आरोप लगाया है कि महाराष्ट्र की भाजपा-शिवसेना सरकार ने राज्य भर में मुस्लिमों और दलित समुदाय की कठिनाइयों की अनदेखी की है और उनके खिलाफ भेदभाव किया है.
जालना नगर परिषद् के लिए एमआईएम उम्मीदवार अजमल सोहेल सिद्दिकी का चुनाव प्रचार करते हुए ओवैसी ने कहा कि राज्य में दोनों राजनीतिक संगठन (भाजपा-शिवसेना और कांग्रेस-राकांपा) ने इतने वर्षों तक इन समुदायों के हितों को नजरअंदाज किया.
उन्होंने कहा, ‘‘वे दोनों जुडवां भाई हैं और मुस्लिमों और दलितों की समस्याएं सुनते ही नहीं हैं.” ओवैसी ने आरोप लगाया कि भाजपा अत्याचार कानून को खत्म कर मनु के सिद्धांतों पर देश चलाना चाहती है जो दलितों की रक्षा करता है.उन्होंने आरोप लगाया कि वे संवैधानिक ढांचे को भी समाप्त करना चाहते हैं.
आरक्षण के मुद्दे पर उन्होंने जानना चाहा कि महाराष्ट्र की पूर्ववर्ती कांग्रेस-राकांपा की सरकार ने अपने शासनकाल में मराठाओं को आरक्षण सुनिश्चित क्यों नहीं किया.