नयी दिल्ली : भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने राम मंदिर के मुद्दे को एक बार फिर हवा दे दी है. उन्होंने कहा है कि राम मंदिर का मामला 2014 के घोषणापत्र में है. हम इसके निर्माण की बात से कैसे पीछे हट सकते हैं, हम इस मुद्दे से भाग नहीं सकते. हमें अपना वादा पूरा करना होगा. हम यह नहीं कह रहे कि हम इसका निर्माण जबरन करेंगे. हम सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार ही काम करेंगे. इस मामले की सुनवावई के लिए समय तय होना चाहिए और इस मामले को जल्द सुलझा लेना चाहिए.
भाजपा इस मुद्दे को हर बार अपनी चुनावी घोषणा पत्र में रखती आयी है. इस बार भी यूपी में भाजपा प्रभारी केशव प्रसाद मौर्य ने कहा कि हम राम मंदिर के मुद्दे के साथ ही चुनाव लड़ेंगे. दशहरा के मौके पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जय श्री राम का नारा लगाया था. इसके बाद विश्व हिन्दू परिषद समेत कई संगठनों ने उम्मीद जतायी थी कि केंद्र सरकार जल्द इस पर फैसला लेगी. प्रवीण तोगड़िया ने इस नारे पर टिप्पणी करते हुए कहा था कि आप नारा लगा रहे हैं, तो जल्दी ही मंदिर भी बनायें. भाजपा राम मंदिर को एक बार फिर मुद्दा बनाकर चुनावी फायदा उठाना चाह रही है. यूपी चुनाव में यह मुद्दा अहम है इसलिए स्वामी ने एक बार फिर राम मंदिर के मुद्दे को हवा दी है.
यह पहली बार नहीं है जब पार्टी से इसे लेकर आवाज उठी है इससे पहले भाजपा सांसद विनय कटियार ने कहा था कि इसे एक लॉलीपॉप बना लिया गया है. केंद्र सरकार को जल्दी इस पर पूरी रणनीति बना देनी चाहिए. राम मंदिर के लिए उचित प्रयास होना चाहिए. रामायण संग्रहालय के निर्माण हेतु आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने यह बात कही. उन्होंने कहा कि संत उनसे राम मंदिर को लेकर सवाल करेंगे. इसलिए मैं वहां नहीं जाऊंगा. गौरतलब है कि संस्कृति मंत्रालय ने अयोध्या से 15 किलोमीटर दूर रामायण संग्रहालय बनाने का फैसला किया है यूपी सरकार ने इसके लिए जमीन भी आवंटित कर दिया है.