मुसलमानों को वोट की मंडी न समझें : पीएम मोदी
कोझिकोड :धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा को तोड़े- मरोड़े जाने की बात कहते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जनसंघ के विचारक दीनदयाल उपाध्याय का हवाला दिया और कहा कि मुस्लिमों को ‘अपना’ माना चाहिए और उन्हें वोटबैंक की वस्तु के रुप में नहीं देखा जाना चाहिए. भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा […]
By Prabhat Khabar Digital Desk |
September 25, 2016 4:39 PM
कोझिकोड :धर्मनिरपेक्षता की परिभाषा को तोड़े- मरोड़े जाने की बात कहते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज जनसंघ के विचारक दीनदयाल उपाध्याय का हवाला दिया और कहा कि मुस्लिमों को ‘अपना’ माना चाहिए और उन्हें वोटबैंक की वस्तु के रुप में नहीं देखा जाना चाहिए. भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक में प्रधानमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार का मिशन ‘सबका साथ, सबका विकास’ कोई राजनीतिक नारा नहीं है बल्कि समाज के अंतिम पायदान पर खडे व्यक्ति का कल्याण सुनिश्चित करने की प्रतिबद्धता है.
अपने भाषण में मोदी ने धर्मनिरपेक्षता, संतुलित एवं समावेशी विकास और चुनाव सुधारों की जरूरत के बारे विस्तार से चर्चा की और दीनदयाल उपाध्याय को उनकी जन्मशती पर उन्हें नमन किया. उन्होंने कहा, ‘‘ इन दिनों इसकी परिभाषा को तोड़ मरोड़ कर पेश किया जाता है. यहां तक कि इन दिनों राष्ट्रवाद को भी कोसा जाता है. ‘ दीन दयाल उपाध्यय के जीवन एवं योगदान का जिक्र करते हुए मोदी ने उनका हवाला देते हुए कहा कि मुसलमानों को न पुरस्कृत करों और न ही फटकारों. उन्हें सशक्त बनाओ. वे न तो वोट बैंक की वस्तु हैं और न ही घृणा की सामग्री. उन्हें अपना समझो
भारत दो अक्तूबर को जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते का अनुमोदन करेगा
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज अचानक यह घोषणा की कि भारत जलवायु परिवर्तन पर पेरिस समझौते का दो अक्तूबर को अनुमोदन करेगा जो वैश्विक ग्लोबल वार्मिंग पर नियंत्रण के अंतराष्ट्रीय स्तर संबंधी उपायों को लागू करने में गति प्रदान करेगा. भाजपा की राष्ट्रीय परिषद की बैठक को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा, ‘‘सीओपी21 के संबंध में एक कार्य शेष है. इसका अनुमोदन करना अभी बाकी है और भारत में ऐसा करना बाकी है. आज दीनदयाल उपाध्याय की जयंती के अवसर पर मैं यह घोषणा करता हूं कि दो अक्तूबर को महात्मा गांधी की जयंती के अवसर पर भारत इसका अनुमोदन करेगा.’ प्रधानमंत्री ने कहा कि उन्होंने इस दिन को इसलिए चुना क्योंकि महात्मा गांधी का जीवन न्यूनतम कार्बन उत्सर्जन का उदाहरण है. पिछले दिसंबर में पेरिस जलवायु बैठक के दौरान 190 से अधिक देशों ने ग्लोबल वार्मिंग पर लगाम लगाने के लिये महत्वाकांक्षी सीमा का लक्ष्य तय करने पर सहमति व्यक्त की थी
देश की समस्याओं का एकमात्र समाधान विकास
भाजपा की दो दिवसीय राष्ट्रीय बैठक के दौरान मुख्य रूप से पार्टी का जोर केरल में अपना प्रभाव बढाने पर रहा. प्रधानमंत्री ने जनसंघ के दिनों के बाद से पार्टी की यात्रा को याद किया और इस बात पर जोर दिया कि हमने विचारधारा के साथ कभी समझौता नहीं किया. उन्होंने कहा कि अगर भाजपा विचारधारा से समझौता करती तब काफी पहले सत्ता हासिल कर लेती. मोदी ने कहा कि कोई भी अछूत नहीं है और अगर कोई मनुष्य आहत होता है तब पूरे समाज को इसकी पीडा की अनुभूति होनी चाहिए. उन्होंने कहा कि सरकार देश के पूर्वी हिस्से का विकास करने के प्रयास में लगी है जो एकात्म मानववाद की विचारधारा से प्रेरित है.
ऐसा इसलिए है क्योंकि देश के पश्चिमी हिस्से विकसित हैं जबकि पूर्वी भाग पिछडा है… ऐसे में भारत माता कैसे समृद्ध होगी. गरीबों एवं समाज के वंचित वर्गो के उत्थान और विकास पर जोर देते हुए मोदी ने कहा कि सरकार सबका साथ, सबका विकास के प्रति प्रतिबद्ध है और समाज के अंतिम पायदान के लोगों को केंद्र की विकास योजनाओं के केंद्र में होना चाहिए. उन्होंने कहा, ‘‘ देश की समस्यसाओं का एकमात्र समाधान विकास है. अगर समाज की खाई को पाट दिया जाए तब अंतिम पायदान के लोगों को विकास का लाभ मिल सकता है. ‘ उन्होंने पार्टी नेताओं से अपने आचरण के जरिये उदाहरण पेश करने को कहा, साथ ही कहा कि आजादी के बाद से आम जनों में राजनीतिकों की छवि खराब हो रही है. मोदी ने कहा, ‘‘ अपने आचरण के जरिये उदाहरण पेश करना ही दीन दयाल उपाध्याय को सच्ची श्रद्धांजलि होगी.’ उन्होंने कहा, ‘‘ सभी राजनीतिक दलों में अच्छे लोग हैं, ऐसे लोगों की संख्या भाजपा में ज्यादा है क्योंकि इनकी विचारधारा के प्रति प्रतिबद्धता है