नयी दिल्ली : क्रिकेटर से राजनेता बने नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर ने आज भाजपा की सदस्यता से इस्तीफा दे दिया. सिद्धू ने इससे पहले राज्यसभा की सदस्यता भी छोड़ दी थी. नवजोत कौर ने पार्टी छोड़ने से पहले यह कहा कि मैंने अपने क्षेत्र की समस्या उठानी चाही तो मुझे इजाजत नहीं मिली. क्या यह डेमोक्रेसी है, नहीं यह डिक्टेरशिप है. अगर मैं एक सामाजिक समस्या को उठाती हूं, तो यह पार्टी विरोधी गतिविधि कैसे हो गयी?

गौरतलब है पिछले सप्ताह सिद्धू ने अधिकारिक रूप से अपनी नयी पार्टी आवाज -ए- पंजाब के गठन की घोषणा की. इस मौके पर उन्होंने भाजपा पर आरोप लगाया कि वह उन्हें ‘सजावटी समान’ की तरह इस्तेमाल करना चाहती थी. जिसका सिर्फ चुनाव में उपयोग किया जा सके. उन्होंने आम आदमी पार्टी और केजरीवाल पर भी यह आरोप लगाया कि वह उन्हें इस्तेमाल करना चाहते थे, केजरीवाल ने उनसे कहा कि आप चुनाव ना लड़ें, हां अपनी पत्नी को चुनाव लड़वा सकते हैं, हम उन्हें मंत्रीपद भी दे देंगे.

सिद्धू ने भाजपा पर यह भी आरोप लगाया कि पार्टी उनसे पंजाब में बादल परिवार का प्रचार करवाना चाहती थी, जो मैं नहीं कर सकता था, इसलिए मैंने राज्यसभा की सदस्यता और पार्टी छोड़ी. उन्होंने कहा था कि पंजाब में एक परिवार का राज है.