सिद्धरमैया पीएम मोदी के दरवाजे तक ले गये कावेरी जल बंटवारे का झगड़ा
बेंगलुरु: कन्नड़ समर्थक संगठनों द्वारा सुबह से शाम तक कर्नाटक बंद के आह्वान से आज बेंगलुरु समेत राज्य के अधिकतर स्थानों का जनजीवन आज भी प्रभावित रहा. कन्नड़ समर्थक संगठन तमिलनाडु के लिए कावेरी जल छोड़ने के उच्चतम न्यायायलय के निर्देशों का विरोध कर रहे हैं. इन संगठनों के कुछ कार्यकर्ताओं को केंपेगौडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे […]
बेंगलुरु: कन्नड़ समर्थक संगठनों द्वारा सुबह से शाम तक कर्नाटक बंद के आह्वान से आज बेंगलुरु समेत राज्य के अधिकतर स्थानों का जनजीवन आज भी प्रभावित रहा. कन्नड़ समर्थक संगठन तमिलनाडु के लिए कावेरी जल छोड़ने के उच्चतम न्यायायलय के निर्देशों का विरोध कर रहे हैं. इन संगठनों के कुछ कार्यकर्ताओं को केंपेगौडा अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे के प्रस्थान टर्मिटल और रेलवे स्टेशन में घुसने के प्रयास के दौरान पुलिस ने रोक लिया और उन्हें हिरासत में ले लिया.
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि इस मामले को वो सुलझाने में मदद करें. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद राज्य में 12 घंटे का बंद है. सिद्धरमैया ने चिंता व्यक्त करते हुए कहा कि अगर इस मामले को जल्द से जल्द नहीं सुलझाया गया तो यह खतरनाक रूप ले सकता है. इसके अलावा बंद राज्य की आर्थिक व्यवस्था के लिए भी खतरे की घंटी है.
सिद्धरमैया ने अनुरोध करते हुए लिखा प्रधानमंत्री को लिखा है कि मैं आपसे मदद की उम्मीद सिर्फ एक प्रधानमंत्री के नाते नहीं कर रहा बल्कि संघीय ढाचे के प्रमुख होने के नाते भी कर रहा हूं. सिद्धरमैया ने दिसंबर 1995 के एक पत्र का जिक्र किया है जिसमें सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले को सुलझाने के लिए प्रधानमंत्री से अपील की थी.
बंद के दौरान राज्य की परिवहन सेवाएं बाधित रहीं. सरकारी बसें सड़कों से नदारद रहीं, जबकि आटो-रिक्शा और कैब संगठनों ने भी इस बंद का समर्थन किया है. देश के आईटी हब कहे जाने वाले शहर बेंगलुरु की मैट्रोसेवाएंभी बंद के दौरान स्थगित रहीं. विभिन्न स्थानों सेबेंगलुरुपहुंचने वाले और हवाईअड्डे की ओर जाने वाले लोगों को अपने गंतव्य तक के सफर के दौरान कठिनाई का सामना करना पड़ा. शहर के शैक्षिक संस्थानों ने आज अपने यहां अवकाश की घोषणा की है. सरकारी कार्यालयों में भी आज कर्मचारियों की उपस्थिति कम रही. कुछ निजी कंपनियों ने भी आज अपने यहां अवकाश घोषित कर रखा है, जबकि कुछ कंपनियों ने कर्मचारियों के लिए ‘घर से काम’ करने का विकल्प भी दिया है.
पेट्रोल पंप, होटल, मॉल और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान भी बंद रहे, जबकि बैंकों का काम-काज भी प्रभावित है. कर्नाटक केबल ऑपरेटर एसोसिएशन ने कहा है कि आज तमिल टीवी चैनलों का प्रसारण नहीं किया जाएगा. केबलऑपरेटरएसोसिएशन भी बंद का समर्थन कर रहा है. राज्य के अन्य क्षेत्रों मांड्या, मैसूर, बेल्लारी, कोप्पाला, चिक्काबल्लापुरा, धारवाड और कोलार में भी बंद का सकारात्मक असर दिखाई दिया.