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मानसून सत्र में सरकार को जीएसटी विधेयक पारित होने की उम्मीद

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नयी दिल्ली : संसद के मानसून सत्र में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) समेत अनेक लोक कल्याण, विकास एवं सुधार से जुडे विधेयक पारित होने की उम्मीद व्यक्त करते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जीएसटी पर सरकार को कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों का रचनात्मक सहयोग मिलेगा और सुधार की प्रक्रिया को सबके सहयोग से आगे बढाया जायेगा. कश्मीर की स्थिति को सीमापार :पाकिस्तान: से खराब करने की साजिश बताते हुए नकवी ने कहा कि अलगाववादी, आतंकी और अमन विरोधी ताकतें कश्मीर में माहौल को खराब करने का षड्यंत्र कर रही हैं जिसे प्रदेश की अमनपरस्त जनता पराजित करेगी और कश्मीरियत को कायम रखेगी. नकवी ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘ संसद के सोमवार से शुरू होने वाले मानसून सत्र में सरकार का रुख रचनात्मक होगा. संसद में कई महत्वपूर्ण विधेयक लंबित हैं जिन्हें पारित किया जाना है. कई ज्वलंत मुद्दे हैं जिन पर चर्चा होनी है.

संसद चर्चा, परिचर्चा, संवाद का मंच है और यहां से देश के विकास का एक मुक्कमल रास्ता तैयार होता है. ” जीएसटी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘जीएसटी एक महत्वपूर्ण विधेयक है और हमें उम्मीद है कि यह इस सत्र में पारित होगा. इस विषय पर हमें सभी पार्टियों का सहयोग मिलेगा. इस महत्वपूर्ण विधेयक को पारित कराने में हमें कांग्रेस का भी सहयोग मिलने की उम्मीद है. ” जीएसटी पर कांग्रेस की कुछ आपत्तियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि किसी भी विषय पर चर्चा करने का सबसे बेहतर मंच सदन है. सदन में हम किसी भी विषय पर चर्चा करने को तैयार हंै। इस बारे में हमारे वरिष्ठ नेता अरुण जेटली, वेंकैया नायडू, अनंत कुमार सभी से चर्चा कर रहे हैं.

कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी के मुठभेड में मारे जाने के बाद उत्पन्न स्थिति के बारे में एक सवाल के जवाब में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कश्मीर के लोग प्रगति की मुख्यधारा में शामिल होकर आगे बढ रहे हैं और अलगाववादी, आतंकी और फिरकापरस्त ताकतों को यह रास नहीं आ रहा है तथा इसलिए वे कश्मीर की शांति को भंग करने की साजिश करते रहते हैं.

मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘‘कश्मीर के लोगों ने ऐसी अलगाववादी और फिरकापरस्त ताकतों को बार बार परास्त करने का काम किया है और चुनाव में बढचढ कर हिस्सा लेना इस बात का सबूत है. ” आतंकवाद को दुनिया के समक्ष सबसे बडी चुनौती बताते हुए नकवी ने कहा कि पूरे विश्व को एकजुट होकर बेगुनाहों की लाश पर आतंक का शैतानी खेल खेलने वालों का खात्मा करने की जरुरत है. फ्रांस में नीस आतंकी हमले को ‘‘बुजदिलों का बेरहम गुनाह” करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ बेगुनाह लोगों को निशाना बनाने और आतंकी हमले करने वाले ऐसे लोग और समूह इंसानियत और विश्व शांति के दुश्मन हैं तथा पूरे विश्व को मिलकर इनका खात्मा करना होगा.

ऐसी आतंकी घटनाओं को किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. ” मोदी सरकार को अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए समर्पित बताते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘ मैं आगामी संसद सत्र के बाद सभी राज्यों में अल्पसंख्यकों के आर्थिक..सामाजिक..शैक्षिक सशक्तीकरण की योजनाओं का जमीनी आकलन करुंगा। हमें गरीबों के विकास के लिए पूरी ताकत और ईमानदारी से काम करना होगा।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें गरीबों के विकास का जो ‘‘ब्लूप्रिंट” दिया है, उनके अनुरुप हमें विकास की इमारत को ऐसे बनाना है जिससे गरीबों को ‘‘समृद्ध बनाने के साथ ही उनकी सुरक्षा का पुख्ता एहसास” कराया जा सके और वे प्रगति की मुख्य धारा में बराबर का भागीदार बन सकें.

नकवी ने कहा कि हमने राज्य सरकारों से समन्वय-संवाद के माध्यम से केंद्र सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए काम शुरु कर दिया है. कई राज्य सरकारों, उनके मंत्रियों से इस दौरान बात हुई है, जल्द ही उन राज्यों में जाकर उनके सहयोग से ‘‘मिशन सशक्तीकरण को मजबूत” करेंगे. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है. हमें सिर्फ इस पैसे को पूरी ईमानदारी से खर्च करना होगा ताकि समाज के आखिरी जरुरतमंद तक विकास की रौशनी पहुंचाई जा सके.

नयी दिल्ली : संसद के मानसून सत्र में वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) समेत अनेक लोक कल्याण, विकास एवं सुधार से जुडे विधेयक पारित होने की उम्मीद व्यक्त करते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि जीएसटी पर सरकार को कांग्रेस समेत अन्य विपक्षी दलों का रचनात्मक सहयोग मिलेगा और सुधार की प्रक्रिया को सबके सहयोग से आगे बढाया जायेगा. कश्मीर की स्थिति को सीमापार :पाकिस्तान: से खराब करने की साजिश बताते हुए नकवी ने कहा कि अलगाववादी, आतंकी और अमन विरोधी ताकतें कश्मीर में माहौल को खराब करने का षड्यंत्र कर रही हैं जिसे प्रदेश की अमनपरस्त जनता पराजित करेगी और कश्मीरियत को कायम रखेगी. नकवी ने ‘भाषा’ से बातचीत में कहा, ‘‘ संसद के सोमवार से शुरू होने वाले मानसून सत्र में सरकार का रुख रचनात्मक होगा. संसद में कई महत्वपूर्ण विधेयक लंबित हैं जिन्हें पारित किया जाना है. कई ज्वलंत मुद्दे हैं जिन पर चर्चा होनी है.

संसद चर्चा, परिचर्चा, संवाद का मंच है और यहां से देश के विकास का एक मुक्कमल रास्ता तैयार होता है. ” जीएसटी का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा, ‘‘जीएसटी एक महत्वपूर्ण विधेयक है और हमें उम्मीद है कि यह इस सत्र में पारित होगा. इस विषय पर हमें सभी पार्टियों का सहयोग मिलेगा. इस महत्वपूर्ण विधेयक को पारित कराने में हमें कांग्रेस का भी सहयोग मिलने की उम्मीद है. ” जीएसटी पर कांग्रेस की कुछ आपत्तियों के बारे में पूछे जाने पर उन्होंने कहा कि किसी भी विषय पर चर्चा करने का सबसे बेहतर मंच सदन है. सदन में हम किसी भी विषय पर चर्चा करने को तैयार हंै। इस बारे में हमारे वरिष्ठ नेता अरुण जेटली, वेंकैया नायडू, अनंत कुमार सभी से चर्चा कर रहे हैं.

कश्मीर में हिजबुल मुजाहिदीन आतंकी बुरहान वानी के मुठभेड में मारे जाने के बाद उत्पन्न स्थिति के बारे में एक सवाल के जवाब में अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा कि कश्मीर के लोग प्रगति की मुख्यधारा में शामिल होकर आगे बढ रहे हैं और अलगाववादी, आतंकी और फिरकापरस्त ताकतों को यह रास नहीं आ रहा है तथा इसलिए वे कश्मीर की शांति को भंग करने की साजिश करते रहते हैं.

मुख्तार अब्बास नकवी ने कहा, ‘‘कश्मीर के लोगों ने ऐसी अलगाववादी और फिरकापरस्त ताकतों को बार बार परास्त करने का काम किया है और चुनाव में बढचढ कर हिस्सा लेना इस बात का सबूत है. ” आतंकवाद को दुनिया के समक्ष सबसे बडी चुनौती बताते हुए नकवी ने कहा कि पूरे विश्व को एकजुट होकर बेगुनाहों की लाश पर आतंक का शैतानी खेल खेलने वालों का खात्मा करने की जरुरत है. फ्रांस में नीस आतंकी हमले को ‘‘बुजदिलों का बेरहम गुनाह” करार देते हुए उन्होंने कहा, ‘‘ बेगुनाह लोगों को निशाना बनाने और आतंकी हमले करने वाले ऐसे लोग और समूह इंसानियत और विश्व शांति के दुश्मन हैं तथा पूरे विश्व को मिलकर इनका खात्मा करना होगा.

ऐसी आतंकी घटनाओं को किसी भी तरह से बर्दाश्त नहीं किया जाना चाहिए. ” मोदी सरकार को अल्पसंख्यकों के कल्याण के लिए समर्पित बताते हुए संसदीय कार्य राज्य मंत्री ने कहा, ‘‘ मैं आगामी संसद सत्र के बाद सभी राज्यों में अल्पसंख्यकों के आर्थिक..सामाजिक..शैक्षिक सशक्तीकरण की योजनाओं का जमीनी आकलन करुंगा। हमें गरीबों के विकास के लिए पूरी ताकत और ईमानदारी से काम करना होगा।” केंद्रीय मंत्री ने कहा कि प्रधानमंत्री ने हमें गरीबों के विकास का जो ‘‘ब्लूप्रिंट” दिया है, उनके अनुरुप हमें विकास की इमारत को ऐसे बनाना है जिससे गरीबों को ‘‘समृद्ध बनाने के साथ ही उनकी सुरक्षा का पुख्ता एहसास” कराया जा सके और वे प्रगति की मुख्य धारा में बराबर का भागीदार बन सकें.

नकवी ने कहा कि हमने राज्य सरकारों से समन्वय-संवाद के माध्यम से केंद्र सरकार की योजनाओं को प्रभावी ढंग से लागू करने के लिए काम शुरु कर दिया है. कई राज्य सरकारों, उनके मंत्रियों से इस दौरान बात हुई है, जल्द ही उन राज्यों में जाकर उनके सहयोग से ‘‘मिशन सशक्तीकरण को मजबूत” करेंगे. उन्होंने कहा कि अल्पसंख्यकों के विकास के लिए धन की कोई कमी नहीं है. हमें सिर्फ इस पैसे को पूरी ईमानदारी से खर्च करना होगा ताकि समाज के आखिरी जरुरतमंद तक विकास की रौशनी पहुंचाई जा सके.

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