केंद्रीय कैबिनेट के विस्तार के संकेत, कई मंत्री हो सकते हैं अंदर-बाहर

नयी दिल्ली : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार दो साल बाद दूसरी बार कैबिनेट विस्तार करने जा रही है. इस चर्चा को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह की मुलाकात से मजबूती मिली. समझा जाता है कि उनहोंने pm को कैबिनेट विस्तार के मद्देनजर उत्तर प्रदेश से सम्बंधित फीडबैक दिया, जिसके आधार […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 29, 2016 10:41 PM
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नयी दिल्ली : केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार दो साल बाद दूसरी बार कैबिनेट विस्तार करने जा रही है. इस चर्चा को आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से बीजेपी अध्‍यक्ष अमित शाह की मुलाकात से मजबूती मिली. समझा जाता है कि उनहोंने pm को कैबिनेट विस्तार के मद्देनजर उत्तर प्रदेश से सम्बंधित फीडबैक दिया, जिसके आधार पर वहां के चेहरों को कैबिनेट में लिया जायेगा. 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले यूपी विधानसभा चुनाव सबसे अहम् है, जिसे बीजेपी हर हाल में जितना चाहती है.

ऐसे में उत्तर प्रदेश के जातीय, छेत्रीय समीकरण के आधार पर वहां के कई चेहरे को उसमें शामिल किया जायेगा, इसमें कई ऐसे मंत्रियों को अहम जिम्मेदारी दी जाने की संभावना है जिन्होंने कम समय में अच्छा काम किया है. इसके अलावा कुछ ऐसे नेताओं की छुट्टी भी की जायेगी जिनका प्रदर्शन सामान्य रहा.

कैबिनेट विस्तार की खबरों को हवा देते हुए आज भाजपा अध्यक्ष अमित शाह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की. सूत्रों की मानें तो उत्तर प्रदेश से अनुप्रिया पटेल , आदित्यनाथ , शिवप्रसाद गुप्ता को कैबिनेट में जगह मिल सकती है. 5 जुलाई से पहले कैबिनेट में विस्तार की संभावना है. खबरें हैं कि प्रधानमंत्री की विदेश यात्रा से पहले इस पर फैसला लिया जा सकता है. हाल ही में पांच राज्यों में हुए चुनाव के बाद खेल मंत्री सर्वानंद सोनोवाल असम के मुख्यमंत्री बन गये है. उनके मुख्यमंत्री बनने के बाद खेल मंत्रालय का अतिरिक्त कार्यभार जीतेंद्र सिंह संभाल रहे हैं.
ऐसे संकेत है कि बिहार में कुछ मंत्रियों को कैबिनेट से बाहर किया जा सकता है. उसकी जगह उत्तर प्रदेश के कुछ चेहरों को कैबिनेट में शामिल किया जायेगा. आने वाले दिनों में उत्तर प्रदेश, गोवा , पंजाब में विधानसभा चुनाव होने हैं. ऐसे में कैबिनेट के चेहरों में उन राज्यों का विशेष ध्यान रखा जा सकता है. गौरतलब है कि पिछली बार के कैबिनेट विस्तार में 21 नए चेहरों को शामिल किया गया था जिसमें 4 कैबिनेट मंत्री, 14 राज्य मंत्री और 3 राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) शामिल थे.
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