पाक उच्चायोग ने अलगाववादी नेताओं को इफ्तार पार्टी के लिए किया आमंत्रित

श्रीनगर : पाकिस्तान उच्चायोग ने सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक सहित जम्मू कश्मीर के विभिन्न अलगाववादी नेताओं को नयी दिल्ली में 25 जून को सालाना इफ्तार पार्टी के लिए आमंत्रित किया है. जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के साथ ही हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धडों के शीर्ष एवं अन्य नेताओं को भी आमंत्रित […]

By Prabhat Khabar Digital Desk | June 21, 2016 5:42 PM

श्रीनगर : पाकिस्तान उच्चायोग ने सैयद अली शाह गिलानी और मीरवाइज उमर फारुक सहित जम्मू कश्मीर के विभिन्न अलगाववादी नेताओं को नयी दिल्ली में 25 जून को सालाना इफ्तार पार्टी के लिए आमंत्रित किया है. जम्मू कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के साथ ही हुर्रियत कांफ्रेंस के दोनों धडों के शीर्ष एवं अन्य नेताओं को भी आमंत्रित किया गया है.

गिलानी नीत कट्टरपंथी हुर्रियत धडे के प्रवक्ता एयाज अकबर ने कहा, ‘‘हां, हमें 25 जून को इफ्तार के लिए पाकिस्तान उच्चायोग से निमंत्रण मिला है.’ अकबर ने कहा कि गिलानी के धडे के विभिन्न घटकों के करीब 30 सदस्यों को पाकिस्तान उच्चायोग ने आमंत्रित किया है. उन्होंने कहा कि इनमें गिलानी, अशरफ सेहराय, शबीर शाह और नईम खान शामिल हैं

उन्होंने कहा कि हालांकि यह अभी तय नहीं है कि गिलानी शामिल होंगे या नहीं लेकिन इफ्तार पार्टी में हुर्रियत का प्रतिनिधित्व होगा. मीरवाइज के मीडिया सलाहकार शाहिद..उल..इस्लाम ने कहा कि मीरवाईज नीत नरमपंथी हुर्रियत धडे और अन्य कार्यकारी सदस्यों को भी आमंत्रित किया गया है.
उन्होंने कहा कि मीरवाइज के अलावा हुर्रियत के पूर्व प्रमुख मौलाना अब्बास अंसारी और अब्दुल गनी भट्ट को भी आमंत्रित किया गया है. इस्लाम ने कहा कि इफ्तार पार्टी में शामिल होने के संबंध में मीरवाइज नीत धडे की ओर से अभी तक कोई फैसला नहीं किया गया है.
उन्होंने कहा, ‘‘फैसला करने के लिए हमारे पास शनिवार तक का समय है.’ जेकेएलएफ प्रमुख मोहम्मद यासिन मलिक को भी आमंत्रित किया गया है. पार्टी के एक प्रवक्ता ने यह जानकारी दी . उन्होंने कहा कि मलिक के पुलिस हिरासत में होने के कारण इफ्तार पार्टी में शामिल होने के बारे में फैसला नहीं किया गया है.
इस बीच प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री जितेंद्र सिंह ने इस मुद्दे पर सतर्कतापूर्वक टिप्पणी की और कहा कि विदेश मंत्रालय इस मामले पर गौर करेगा. सिंह ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मैं समझता हूं कि विदेश मंत्रालय इस पर गौर करेगा.’ उनसे सवाल किया गया था कि क्या पाकिस्तानी उच्चायोग द्वारा अलगाववादी नेताओं को इफ्तार पार्टी के लिए आमंत्रित किया जाना भारत..पाक संबंधों के आलोक में पडोसी देश द्वारा उकसाने का प्रयास है.

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