नेलोर (आंध्र प्रदेश) / भुवनेश्वर : गहरे दवाब का क्षेत्र बनने से आये तेज चक्रवाती तूफान ‘रोनू’ की वजह से आंध्र प्रदेश के नेलोर जिले में काफी जान माल की क्षति हुई है. जगह-जगह पेड़ और बिजली के खंभे टूट कर गिर गये हैं. भारी बारिश और तेज हवाओं की वजह से बहुत नुकसान हुआ है. तेज हवाओं ने जहां पेड़ को जड़ से उखाड़ दिया है वहीं शहर की बिजली व्यवस्था को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया है. बंगाल की खाड़ी के पश्चिमी-मध्य भाग में बने गहरे दबाव से आये इस तूफान ने नेलोर के कई भागों को बुरी तरह प्रभावित किया है.

चक्रवाती तूफान रोनू के कहर को देखते हुए आईएनएस सुनयना और आईएनएस सतलज राहत सामग्री लेकर कोलंबो रवाना हो गये हैं. श्रीलंका के कई हिस्सों में साइक्लोन रोनू का कहर बरपा है, जिसकी वजह से भारी बारिश और बाढ़ आ गयी है.

मौसम विभाग ने दी जानकारी

मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक पश्चिमी-मध्य तथा इससे सटे हुए दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में बना हुआ गहरा दबाव और तेज होकर चक्रवाती तूफान में तब्दील हो गया. यह पहले उत्तर एवं उत्तर पूर्व की ओर गया और यह दक्षिण पूर्व गोपालपुर से लगभग 590 किलोमीटर पर केंद्रीत रहा. बाद में इस तूफान ने आंध्रप्रदेश के तटीय इलाकों के उत्तर एवं पूर्व में जाकर नेलोर के पास तबाही मचाई है.

ओडिशामें मचा सकता है तबाही

मौसम विभाग के मुताबिक अब यह तूफान आंध्र प्रदेश के बाद उत्तर पूर्व इलाकों के साथ-साथ ओडिशा की ओर बढ़ सकता है. साथ ही इसके प्रभाव से अगले 24 घंटों में दक्षिण एवं उत्तर ओडिशा के अधिकत्तर स्थानों में भारी बारिश और चक्रवाती तूफान आ सकता है. विभाग के मुताबिक दक्षिण ओडिशा के एकाध स्थानों पर अत्धिक बारिश की संभावना है. विभाग ने समुद्र तटों से दूर रहने की सलाह भी दी है.