नयी दिल्ली : केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने आज कहा कि पठानकोट हमले पर पाकिस्तान जेआईटी की रिपोर्ट के हवाले से जो खबर आ रही है, वह दुखी करने वाली है. ऐसे आरोप लगाना पाकिस्तान को शोभा नहीं देता. पाकिस्तान जेआईटी की रिपोर्ट के बाद पूछे गये सवाल पर नितिन गड़करी ने कहा, हम अपने खुद के सैनिकों को मार देंगे? पाक के इस तरह का आरोप उसे शोभा नहीं देते, दुख होता है. उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है. पाकिस्तान भारत में आतंकवादियों को भेजता है और निर्दोष लोगों की हत्या करवाता है, उसके बाद आधारहीन बयान देता है.

इसी बीच श्रीराम मंदिर के सवाल पर गडकरी ने कहा कि अयोध्‍या में श्रीराम मंदिर तीन ही तरीकों से बन सकती है. पहला तरीका है कि न्यायालय का आदेश मिल जाये. दूसरा तरीका है क‍ि आम सहमति से मंदिर निर्माण कराया जायेगा और तीसरा तरीका है संसद में नया कानून पास करना. उन्होंने कहा कि किसी भी कानून को सदन में पास करवाने के लिए दो तिहाई मत आवश्‍यक है जो अभी उच्च सदन में हमारे पास नहीं है.

गौरतलब है कि पठानकोट हमले की जांच करने आई पाकिस्तानी जेआईटी (ज्वाइंट इन्वेस्टिगेशन टीम) की रिपोर्ट रविवार को लीक हो गयी. रिपोर्ट के हवाले से पाकिस्तानी मीडिया ने लिखा कि जेआईटी ने एयरबेस हमले को भारत का ड्रामा करार दिया है. खबरें आयी थीं कि जेआईटी का मानना है कि पठानकोट एयरबेस पर हमला भारतीय अथॉरिटीज के ही द्वारा करवाया गया था. यह भारत के द्वारा किया जा रहा ड्रामा है.

पाकिस्तानी मीडिया के अनुसार जेआईटी के एक सदस्य ने ‘पाकिस्तान टुडे’ इस बाबत जानकारी दी कि पठानकोट अटैक दरअसल भारतीय अथॉरिटीज का एक प्रोपेगैंडा है जिसके बाद उसकी ओर से ऐसे कोई सबूत नहीं सौंपे जा सके जिससे यह साबित हो सके कि हमला पाकिस्तान ने करवाया था. 2 जनवरी को पठानकोट एयरबेस पर आतंकियों ने हमला किया था, जिसमें भारत के सात जवान शहीद हुए थे. इस हमले के बाद भारतीय जवानों ने छह आतंकियों को मार गिराया था.

जिओ न्यूज ने जेआईटी के करीबी सूत्रों के हवाले से जानकारी दी थी कि पाकिस्तानी जांचकर्ताओं को सैन्य बेस में मुख्य द्वार के बजाए एक छोटे मार्ग से अंदर ले जाया गया और उनका दौरा सिर्फ 55 मिनट का था. पाकिस्तानी दल इतने वक्त में मात्र कुछ ही जगह का भ्रमण कर सके और इतने कम समय में जेआईटी साक्ष्य एकत्र करने में कामयाब नहीं हो सकी.