‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : महिला जनप्रतिनिधियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज कहा कि आप हफ्ते में एक दिन जनता से संपर्क करें और उनसे निश्चित स्थान और समय पर मिलें. पीएम ने उनसे अपील की कि आप अपने क्षेत्र में अपनी पहचान बनाईये. लोगों को समय से मिलिए, निश्चित स्थान पर मिलिए, तो लोग आपको भूलेंगे नहीं और आप पर विश्वास करेंगे. पीएम मोदी ने कहा कि ईर्श्या से कोई आगे नहीं बढ सकता है. यदि आपके क्षेत्र में कोई अन्य अच्छा काम कर रहा है तो आपको उससे डरने की जरूरत नहीं, कई लोग डरते हैं कि कहीं वह अच्छा काम कर रहा है तो अगली बार टिकट उसे नहीं मिल जाए. उन्होंने कहा कि मेरी अपील है कि सभी सांसद महिला जनप्रतिनिधियों से जरूर मुलाकात करें, उनसे परिचय बढ़ाएं.
पीएम मोदी ने महिला जनप्रतिनिधियों से कहा कि सशक्तीकरण उसका किया जाता है जो अशक्त हो, महिलाएं सशक्त होती हैं, पुरुषों को उन्हें सशक्त करने की जरुरत नहीं है. महिलाओं को ईश्वर के द्वारा मिली शक्तियां है और मैं यह विश्वास के साथ कह सकता हूं कि अवसर मिलने पर महिलाएं पुरुषों की अपेक्षा अधिक सफल होती हैं. पीएम मोदी ने कहा कि महिला घर पर अगर चूल्हे में चपाती बना रही हो और अगर भाप से जल जाए तो पति का इंतजार करती है कि वह आकर उसकी चोट देखें लेकिन अगर पता चले कि घर में आग लगी हो तो बच्चे को बचाने के लिए आग से भी खेल जाती है, महिलाएं काफी साहसी होतीं हैं. हर एक नागरिक राष्ट्र को मजबूत करता है और हर नागरिक को उसकी मां मजबूत बनाती है.
पीएम ने कहा कि मल्टीटास्क ऐक्टिविटी में भारतीय महिलाएं सबसे आगे हैं. चाहे जितने आर्किटेक्ट घर का नक्शा बना दें लेकिन आखिर में घर की महिला तय करती है कि कहां क्या बनेगा, महिलाओं की यही भूमिका राष्ट्र के लिए भी अपेक्षित है. उन्होंने कहा कि महिलाओं में टेक्नॉलजी अडॉप्ट करने वाली क्षमता है, टेक्नॉलजी में महिलाएं पीछे नहीं हैं, मॉडर्न से मॉडर्न उपकरणों का उपयोग किचन में महिलाएं करती हैं.
पीएम ने कहा कि देश भर की महिला प्रतिनिधियों के लिए एक अलग से ई-प्लेटफॉर्म बनाया जाए. उन्होंने कहा कि यदि शादी के बाद किसी महिला की मृत्यु हो जाती है तो पुरूष ज्यादा दिन घर नहीं चला पाता और उसकी उम्र घट जाती है लेकिन यदि किसी पुरुष की मृत्यु हो जाती है तो महिला अच्छे ढंग से घर चला लेती है और उसकी उम्र भी बढ जाती है. उन्होंने कहा कि राष्ट्र को सशक्त बनाने में बजट काम नहीं आता है. राष्ट्र को सशक्त बनाता है देश का नागरिक. उन्होंने कहा कि मुझे महिला विदेश मंत्री के रुप में पुरुष याद नहीं आते लेकिन सुषमा जी का नाम फौरन याद आता है. मेरी सरकार में महिलाओं को ज्यादा मौका दिया है. अवसर मिलने पर महिलायें ज्यादा सफल होती हैं.