‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा में भाग लेते हुए जदयू अध्यक्ष शरद यादव ने नरेंद्र मोदी सरकार पर करारा निशाना साधा.उन्होंनेसरकारकेसमक्ष सवाल उठाते हुए कहा कि 1860 के राष्ट्रद्रोह के कानून का उपयोग आप युवाओं के खिलाफ करेंगे. वह भी अपने नवयुवकों के खिलाफ. आप युवाओं को एक हथियार दे रहे हैं कि कुछ नहीं है तो देश के खिलाफ नारा लगाओ. आपने 2014 में जो नारे लगाये थे, उसमें एक भी पूरे नहीं किये. अब आमदनी किसान की क्या है, वह समझ लीजिए. आपने कहा था कि हम देश को आगे ले जायेंगे.
यह 125 करोड़ लोगों का देश है. आपने कहा था कि हम महंगाई घटा देंगे, गंगा को साफ कर देंगे. आपने नमामी गंगे शुरू किया. उसकी बड़ी दुर्गति है. आप गंगा की भ्रूण हत्या कर रहे हैं गंगोत्री में, जहां से गंगा निकलती है. ठेकेदारों से कुछ लोग मिले हुए हैं. वहां बांध बांध कर कमाई का रास्ता बना रहे हैं.
उन्होंने कहा कि जो बच्चा भारतीय स्कूलों में पढ़ता है, उसके रोजगार का क्या होगा. आपने रोजगार देने का वादा किया था.
आपने उपज का डेढ़ गुणा दाम देने का वादा किया था. आप कह रहहैं कि 2022 तक किसानों की आय दोगुणी कर देंगे.बैंकका एनपीएकोईबताताही नहीं.कहते हैं चार लाख 26 हजार करोड़ रुपये है. सारापैसा जनताका है.आप बताने को तैयार नहीं हैं किआखिर किसकेपास कितनापैसाहै.