चंडीगढ़ : जाट आंदोलन न सिर्फ हिंसक था बल्कि इस आंदोलन की आड़ में महिलाओं के साथ बदसलूकी और गैंगरेप का मामला भी अब सामने आ रहा है. एक अंग्रेजी अखबार ने दावा किया है कि जाट आंदोलन के दौरान मुरथल में महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ है.सोनीपत जिले में एनएच वन के किनारे बसा […]
चंडीगढ़ : जाट आंदोलन न सिर्फ हिंसक था बल्कि इस आंदोलन की आड़ में महिलाओं के साथ बदसलूकी और गैंगरेप का मामला भी अब सामने आ रहा है. एक अंग्रेजी अखबार ने दावा किया है कि जाट आंदोलन के दौरान मुरथल में महिलाओं के साथ दुष्कर्म हुआ है.सोनीपत जिले में एनएच वन के किनारे बसा मुरथल एक बड़ा गांव है. यह जगह अपने ढाबों के लिए चर्चित है. इस मामले पर अब सरकार एक्शन मोड में आ गयी है. मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने चुप्पी तोड़ते हुए कहा है कि इस मामले की जांच करायी जायेगी और दोषियों को नहीं छोड़ा जायेगा. उन्होंने जांच के आदेश दे दिये हैं. उधर, फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर जाकर आज उपलब्ध साक्ष्य व कपड़ों आदि को जब्त किया.
पुलिस विभाग भी इसे गंभीरता से ले रहा है हरियाणा के डीजीपी वाईपी सिंह ने कहा, इस मामले की जांच की जा रही है लेकिन अबतक इसके कोई ठोस सबूत नहीं मिले कि इस तरह की घटना हुई थी.. अबतक इस तरह की कोई शिकायत भी नहीं आयी है कि किसी के साथ गैंगरेप हुआ है. इस मामले पर एडिशनल होम सेक्रेटरी ने कहा, स्टेट लिगल सर्विस अर्थोरिटी ने इस मुद्दे को सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद संज्ञान में लिया है. हमने इस तरह की घटना की शिकायत के लिए तीन नंबर सार्वजनिक किये हैं. यह नंबर इस प्रकार है.
राजश्री सिंह ( डीआईजी) 9729995000, भारती देबदास ( डीएसपी) 8053882302 और सुरेंद्र कौर ( डीएसपी) 9729990760. हरियाणा पुलिस ने अपील की है कि अगर कोई पीड़ित हैं तो शिकायत इस फोन नंबर पर बात करके दर्ज करा सकते हैं. जाट आंदोलन के दौरान मुरथल में महिलाओं के साथ गैंगरेप की खबर एक प्रमुख अंग्रेजी अखबार ने छापी थी. इस खबर में अमरीक का जिक्र किया जो सुखदेव ढाबा के मालिक है.
इनका नाम लेकर लिखा गया था कि अंग्रेजी अखबार के रिपोर्ट्स को उन्होंने जानकारी दी कि कुछ महिलाएं बुरी हालत में यहां पहुंची थी और उन्होंने अपने साथ हुए दुष्कर्म की बात कही थी. इस रिपोर्ट के बाद जब एक टीवी चैनल ने सुखदेव ढाबा के मालिक से दोबारा पूछताछ की तो उन्होंने कहा कि मैंने ऐसी कोई बात नहीं की. हां कुछ महिलाएं आयी थी हमारे पास और वो परेशान भी थी लेकिन उनके साथ उनके परिवार वाले लोग भी थे.
मीडिया रिपोर्ट्स में यह कहा गया कि 30 लोगों की भीड़ ने कई गाड़ियों से महिलाओं को बाहर निकाल कर उनके साथ दुषक्र्म किया इनके कपड़े तक फाड़कर फेंक दिए गए। बाद में घरवालों और आसपास के लोगों ने इन्हें कपड़े दिए तब जाकर महिलाएं खेतों से बाहर आ सकीं. यहां जगह जगह महिलाओं के फटे कपड़े मिले हैं, सोनीपत के एसपी अभिषेक गर्ग का कहना है कि कपड़े मिल जाने से ही रेप की पुष्टि नहीं हो जाती. अब इस मामले ने और तूल पकड़ना शुरू कर दिया है. मीडिया की रिपोर्ट्स के बाद इसे गंभीरता से लिया जा रहा है. पुलिस ने जांच कमेटी गठित कर दी है और कोर्ट भी इस मामले पर संज्ञान ले रही है.
इस मामले में एक स्टींग भी किया गया है.उधर,मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने अपनी चुप्पी तोड़ते हुए कहाकि इस मामले के दोषियों कोबख्सानहीं जायेगा और इसके लिए जांच कमेटी बैठायी जायेगी. उधर, इस मामले के याचिककर्ता उत्सव बैंस ने कहा है कि बिना कपड़ाें की महिलाएं वहां से गयीं थीं, अफसोस की बात यह है कि पुलिस ने उन्हें कहा कि दिल्ली चले जाइए, यहां आपकी बहुत बदनामी होगी. उन्होंने कहा कि इस मामले के चश्मदीद को सीनियर पुलिस अधिकारियों ने डराया धमकाया. उन्होंने कहा कि हम इस मामले में सुप्रीम कोर्ट भी जायेंगे.