‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : साल 2001 में संसद पर हुए हमले के दोषी अफजल गुरु पर दिए गए एक विवादित बयान को लेकर भाजपा ने आज यूपीए सरकार में केंद्रीय गृह और वित्त मंत्री रह चुके कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम को आडे हाथ लिया.
अफजल को संसद पर हमले के मामले में फांसी दी गई थी. चिदंबरम के बयान पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने इसे ‘‘दुर्भाग्यपूर्ण” करार दिया और कहा कि यह संसद पर हमले के दौरान शहीद हुए जवानों और न्यायपालिका का ‘‘अपमान” है.
शर्मा ने कहा, ‘‘यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बयान है. यह न्यायपालिका और उन जवानों का अपमान है जो संसद पर हमले के दौरान शहीद हुए थे.” एक अखबार को दिए गए इंटरव्यू में चिदंबरम ने कथित तौर पर कहा था कि उन्हें लगता है कि यह ‘‘ईमानदार राय” रखना मुमकिन है कि अफजल गुरु के मामले में ‘‘शायद सही फैसला नहीं हुआ था” और संसद पर हमले में ‘‘उसके शामिल होने पर गंभीर संदेह था.” अफजल गुरु को नौ फरवरी 2013 को फांसी दी गई थी. साल 2011 में पिछली यूपीए सरकार ने जब अफजल गुरु की दया याचिका खारिज की थी, उस वक्त चिदंबरम ही केंद्रीय गृह मंत्री थे.