‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
नयी दिल्ली : हैदराबाद में कथित दलित छात्र रोहित बेमुला के आत्महत्या मामले को लेकर आज जंतर-मंतर में रैली का आयोजन किया गया. रैली में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी पहुंचे. इस दौरान उन्होंने केंद्र सरकार पर जमकर हमला किया और रोहित के आत्महत्या के लिए नरेंद्र मोदी सरकार को जिम्मेदार ठहराया.
अरविंद केजरीवाल ने कहा, केंद्र सरकार के मंत्रियों ने रोहित को आत्महत्या के लिए मजबूर किया है. रोहित को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले मंत्री आज खुलेआम घूम रहे हैं. उन्हें गिरफ्तार करना चाहिए और पूछताछ करनी चाहिए.
केजरीवाल ने मोदी सरकार पर हमला बोलते हुए आरोप लगाया कि केंद्र सरकार दलितों के खिलाफ मोर्चा खोल रखी है. उन्होंने प्रधानमंत्री को चुनौती देते हुए कहा, मोदी जी छात्रों से पंगा लेना छोड़ तें नहीं तो देश भर के छात्र अगर एकजुट हो गये न तो आपको औकात बता देंगे.
केजरीवाल ने जेएनयू मामले पर भी मोदी सरकार को आड़े हाथ लिया. उन्होंने कहा, मोदी सरकार देश में लोगों को देशभक्तिकेर्टिफिकेट बांट रही है. मोदी सरकार के लिए आदर्श नाथू राम गोड़से हैं. वही सचे देशभक्त हैं और आमिर खान जैसे लोग उनके लिए देशद्रोही.
उन्होंने कहा, देश के सारे लोग केंद्र सरकार से नाराज हैं. अच्छे दिन लाने के वायदे करने वाली मोदी सरकार देश को गर्त में ले जा रही है. उन्होंने कहा, दलित विरोधी है केंद्र सरकार, इस सरकार से कोई भी खुश नहीं है. केजरीवाल ने कहा, मैं वकिलों का काफी सम्मान करता हूं, लेकिन उन्होंने पटियाला कोर्ट में जिस तरह से कन्हैया पर हमला किया मैं उसकी निंदा करता हूं. उन्होंने कहा, रोहित के संघर्ष को मरने नहीं दिया जाएगा. दिलतों को बराबरी का हक हम दिलाकर रहेंगे.
इससे पहले आज कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी रोहित वेमुला आत्महत्या मामले में आयोजित पैदल मार्च में शामिल होने के लिए जंतर मंतर पहुंचे. राहुल गांधी ने वहां कहा कि रोहित भारत के भविष्य के बारे में बात करता था, पर आएसएस ने उसे सपोर्ट नहीं किया. आरएसएस सिर्फ बीते कल की बात करने को सपोर्ट करता है. उन्होंने कहा कि जब मैं हैदराबाद गया था, तो मैंने सलाह दी थी कि हमें एक कानून की जरूरत है, जो विश्वविद्यालयों में भेदभाव को खत्म करे. राहुल गांधी ने कहा कि सबको अपनी बात कहने का हक है.
राहुल गांधी ने कहा कि हम एक ऐसा हिंदुस्तान नहीं चाहते जहां एक विचार थोपा जाये, हम ऐसा हिंदुस्तान चाहते हैं जहां हर इंसान को अपनी बात कहने का हक हो. यही लड़ाई है. उन्होंने कहा कि आरएसएस व बीजेपी के लोग चाहते हैं कि एक ही तरह की सोच हो, एक ही तरह का विचार हो, हम चाहते हैं कि हिंदुस्तान में करोड़ों तरह की सोच व विचार हो. उन्होंने कहा कि यह लड़ाई चलेगी. राहुल गांधी ने कहा कि छात्रों की आवाज को दबाने की कोशिश की हो रही है.