‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
चंडीगढ़ : हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर जाट आरक्षण आंदोलन के केंद्र रोहतक की स्थिति का जायजा लेने के लिए वहां का दौरा कर सकते हैं. आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी. उन्होंने साथ ही यह भी बताया कि खट्टर अपने वरिष्ठ मंत्रियों और शीर्ष अधिकारियों के साथ मिलकर स्थिति पर गहन नजर रखे हुए हैं.
वर्ष 2014 में 18 साल बाद पहला गैर जाट मुख्यमंत्री बनने वाले खट्टर ने लोगों से शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील की है. उन्होंने अपनी पिछली अपील में कहा था, ‘‘सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाने को किसी को भी लाभ नहीं मिलेगा. मैं सभी से बेबुनियाद अफवाह से दूर रहने तथा राज्य में शांति व्यवस्था बनाए रखने की अपील करता हूं. ” उल्लेखनीय है कि खट्टर का मूल गांव निंदाना रोहतक जिले में ही है. जाट ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण के वास्ते दबाव बनाने के लिए आंदोलन कर रहे हैं.