16.1 C
Ranchi
Saturday, February 8, 2025 | 01:54 am
16.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

सांसदों के वेतन भत्तों संबंधी संसदीय समिति क्षेत्राधिकार से बाहर गयी

Advertisement

नयी दिल्ली : सांसदों के वेतन और भत्तों के मुद्दों की पडताल करने वाली संसदीय समिति ने संबंधित अधिनियम के दायरे से बाहर जाकर बहुत सी सिफारिशें कर डालीं लेकिन संसदीय मामलों के मंत्रालय को तुरंत बीच में आकर इस मामले को सही करना पडा. संपर्क करने पर समिति के एक सदस्य ने इसे नजरअंदाज […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

नयी दिल्ली : सांसदों के वेतन और भत्तों के मुद्दों की पडताल करने वाली संसदीय समिति ने संबंधित अधिनियम के दायरे से बाहर जाकर बहुत सी सिफारिशें कर डालीं लेकिन संसदीय मामलों के मंत्रालय को तुरंत बीच में आकर इस मामले को सही करना पडा. संपर्क करने पर समिति के एक सदस्य ने इसे नजरअंदाज करते हुए कहा कि ‘‘बदलते समय और बदलती परिस्थितियों ” के साथ कई सारे प्रावधानों की समीक्षा किए जाने की जरुरत है और ‘‘समिति पिछले कुछ समय से अधिनियम के दायरे से बाहर जाकर सुझाव दे रही थी जिनमें से कई को सरकार ने स्वीकार कर लिया और कई को नामंजूर कर दिया.”

- Advertisement -

भाजपा सदस्य योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता वाली सांसदों के वेतन और भत्तों से संबंधित संयुक्त समिति की अधिकतर सिफारिशों को सरकार द्वारा पहले ही अस्वीकार किया जा चुका है. इस बार समिति की ऐसी ही एक सिफारिश इच्छा के अनुसार जनता के लिए धन का दान (जनता के लिए स्वेच्छानुदान) थी जिस पर समिति ने पिछले वर्ष 15 दिसंबर को हुई बैठक में चर्चा की थी. समिति ने इस बात पर गौर किया था कि चूंकि मुद्दा समिति के दायरे से बाहर का है तो इसे उचित कार्रवाई के लिए संसदीय मामलों के मंत्रालय को भेजा जा सकता है.

मंत्रालय ने इससे पूर्व ही इस सिफारिश को ‘‘सहमति नहीं ” की श्रेणी में डाल दिया था और बाद में कारण जानने पर उसने बताया था कि ‘‘यह सिफारिश सांसदों के वेतन , भत्ते और पेंशन अधिनियम 1954 के तहत नहीं आती है अैर इस मंत्रालय का इस विषय से संबंध नहीं है.”

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें