‘राज्यों के पास फ्रीबीज के लिए धन हैं, जजों की सैलरी-पेंशन के लिए नहीं’, सुप्रीम कोर्ट की सख्त टिप्पणी
मुंबई : इशरत जहां को लश्कर-ए-तैयबा का आतंकवादी बताने के पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड कोलमैन हेडली के दावे के बाद शिवसेना ने आज कहा कि इशरत का समर्थन करने वाले सभी लोगों पर अब मामला दर्ज होना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए.
शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने कहा, ‘‘हेडली ने शिकागो में पहले जो कहा था, उसी को दोहराया है. उस वक्त कुछ लोगों ने उसे (इशरत को) झांसी की रानी बना दिया और उसे शहीद बताया. उस वक्त हमने कहा था कि ये लोग मुंह की खाएंगे और वैसा ही हुआ.”
उन्होंने कहा, ‘‘उस समय उसका समर्थन करने वालों पर मामला दर्ज होना चाहिए और उनके खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए. लश्कर-ए-तैयबा तक ने कहा था कि वह उनकी एक सदस्य थी. आतंकवादी आतंकवादी होता है. आतंकवादी के संबंध में फर्जी मुठभेड़ जैसी कोई बात नहीं होती. गुजरात सरकार और पुलिस ने जो किया, वह सही था.” इस बीच महाराष्ट्र में कांग्रेस के प्रवक्ता अल-नासिर जकारिया ने कहा कि अभी तक इशरत जहां के खिलाफ कुछ भी ठोस नहीं मिला है.
उन्होंने कहा, ‘‘सरकारी एजेंसियों को हेडली की बात पर आंख मूंदकर भरोसा नहीं करना चाहिए जो खुद एक आतंकवादी है. अदालतों को फैसला करने दें कि उसकी पृष्ठभूमि क्या थी. लेकिन किसी को उसके धर्म के आधार पर निशाना नहीं बनाया जाना चाहिए.”