26.1 C
Ranchi
Wednesday, February 12, 2025 | 07:38 pm
26.1 C
Ranchi

BREAKING NEWS

दिल्ली में 5 फरवरी को मतदान, 8 फरवरी को आएगा रिजल्ट, चुनाव आयोग ने कहा- प्रचार में भाषा का ख्याल रखें

Delhi Assembly Election 2025 Date : दिल्ली में मतदान की तारीखों का ऐलान चुनाव आयोग ने कर दिया है. यहां एक ही चरण में मतदान होंगे.

आसाराम बापू आएंगे जेल से बाहर, नहीं मिल पाएंगे भक्तों से, जानें सुप्रीम कोर्ट ने किस ग्राउंड पर दी जमानत

Asaram Bapu Gets Bail : स्वयंभू संत आसाराम बापू जेल से बाहर आएंगे. सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें जमानत दी है.

Oscars 2025: बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप, लेकिन ऑस्कर में हिट हुई कंगुवा, इन 2 फिल्मों को भी नॉमिनेशन में मिली जगह

Oscar 2025: ऑस्कर में जाना हर फिल्म का सपना होता है. ऐसे में कंगुवा, आदुजीविथम और गर्ल्स विल बी गर्ल्स ने बड़ी उपलब्धि हासिल करते हुए ऑस्कर 2025 के नॉमिनेशन में अपनी जगह बना ली है.
Advertisement

शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर बयां किया राजनीतिक जीवन का दर्द

Advertisement

जयपुर : बीजेपी नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर अपने राजनीतिक अनुभव को जयपुर साहित्य महोत्सव में बयां किया है. शॉटगन ने वहां अपनी किताब के एनिथिंग बट खामोश को लेकर जयपुर पहुंचे शॉटगन ने यह कहा कि एक ऐसा समय आया जब उन्हें लगा कि राजनीति छोड़ देनी चाहिये. शत्रु ने […]

Audio Book

ऑडियो सुनें

जयपुर : बीजेपी नेता और सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने एक बार फिर अपने राजनीतिक अनुभव को जयपुर साहित्य महोत्सव में बयां किया है. शॉटगन ने वहां अपनी किताब के एनिथिंग बट खामोश को लेकर जयपुर पहुंचे शॉटगन ने यह कहा कि एक ऐसा समय आया जब उन्हें लगा कि राजनीति छोड़ देनी चाहिये. शत्रु ने अपना दर्द बयां करते हुये कहा कि वह इनदिनों दम और सम्मान के बीच झूल रहा है. शत्रु ने कहा कि काफी निराश होने के बाद अपने राजनीतिक गुरू लालकृष्ण आडवाणी के पास गया तब उन्होनें मुझे समझाया और महात्मा गांधी की बात को कोट करते हुये कहा कि किसी भी आंदोलन या अभियान को आगे ले जाने के लिये चार दौर से गुजरना पड़ता है. जिसमें उपहास,उपेक्षा और तिरस्कार के साथ चौथा दमन का दौर होता है.

बिहारी बाबू नेकहा कि उन्होंने मुझे कहा था कि दमन से आगे निकल गया तो सम्मान और प्रतिष्ठा उनके कदम चूमेंगी. शत्रु ने अपने किताब को लेकर पहले भी कई बातें कही हैं. आज उसी कड़ी में उन्होंने कहा कि अब राजनीति में अच्छे लोग नहीं आ पाते हैं और जो बुरे लोग हैं उनके साथ जैसे भी हो चलना पड़ता है. अगर राजनीति गंदी है तो अच्छे लोगों को और आना चाहिये ताकि यह साफ हो सके. शत्रु ने अपने स्टाइल में स्वच्छ और साफ सुथरी छवि की महता बताई. और अपने परिवार के बेटे-बेटियों द्वारा उनका ख्याल रखे जाने का भी जिक्र किया. शत्रु ने दुश्मनी पर भी कई क्रांतिकारी बातें कही.

उनका कहना था कि दुश्मनी स्थायी नहीं होती. उन्होंने वशीर बद्र के उस शेर के लहजे में कहा कि दुश्मनी उतनी भी नहीं करनी चाहिये कि कभी दोस्त बन जाएं तो शर्मिंदा होना पड़े बिहारी बाबू ने अपने राजनीतिक जीवन की कठिनाईयों की चर्चा करते हुये कहा कि उन्होंने इसमें बहुत लंबा संघर्ष किया है. राजनीति अब सीधे और सच्चे लोगों के लिये कष्टकारी है. शत्रु ने साहित्य सम्मेलन में अपनी किताबों की बातों का भी जिक्र किया जिसमें ज्यादात्तर वो राजनीति पर बोलते रहे.

ट्रेंडिंग टॉपिक्स

संबंधित ख़बरें

Trending News

Advertisement
Advertisement
Advertisement

Word Of The Day

Sample word
Sample pronunciation
Sample definition
ऐप पर पढें