सरकारी बैंकों के कर्मचारी हडताल पर, लोग परेशान
नयी दिल्ली : एसबीआई के सहयोगी बैकों से जुडे द्विपक्षीय समझौते के उल्लंघन के विरोध में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों द्वारा आज आयोजित हडताल के कारण बैंकों का परिचालन आंशिक रुप से प्रभावित हुआ लेकिन कहीं-कहीं इसका खासा असर नजर आ रहा है. लोग लेन-देन संबंधी कार्य नहीं कर पाने से परेशान हैं. […]
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नयी दिल्ली : एसबीआई के सहयोगी बैकों से जुडे द्विपक्षीय समझौते के उल्लंघन के विरोध में सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के कर्मचारियों द्वारा आज आयोजित हडताल के कारण बैंकों का परिचालन आंशिक रुप से प्रभावित हुआ लेकिन कहीं-कहीं इसका खासा असर नजर आ रहा है. लोग लेन-देन संबंधी कार्य नहीं कर पाने से परेशान हैं. इस हड़ताड़ का सबसे ज्यादा असर व्यापारियों पर पड़ा है क्योंकि शुक्रवार को हड़ताल, शनिवार को द्वितीय शनिवार तथा रविवार को छुट्टी रहेगी यानी बैंक लगातार तीन दिन बंद रहेंगे.
शाखा स्तर पर नकदी एवं चेक निपटान जैसी कुछ सेवाएं उन बैंकों में प्रभावित रहीं जहां आल इंडिया बैंक कर्मचारी संघ (एआईबीईए) की मजबूत मौजूदगी है. निजी क्षेत्र के बैंकों और देश के सबसे बडे रिणदाता भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में परिचालन सामान्य रहा. यूनाइटेड बैंक आफ इंडिया समेत ज्यादातर बैंकों ने एहतियातन अपने ग्राहकों को परामर्श जारी किया था कि यदि आठ जनवरी को हडताल होती है तो शाखाओं या कार्यालय का कामकाज अबाधित रखने के लिए मौजूदा दिशानिर्देश के मुताबिक वे सभी आवश्यक पहल करेंगे.
एआईबीईए के महासचिव सी एच वेंकटचलम ने कहा था, एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों के द्विपक्षीय समझौते के उल्लंघन और कर्मचारियों पर एकतरफा सेवा शर्तें थोपने की कोशिश के विरोध में हडताल का आह्वान 28 दिसंबर को किया गया था.एसबीआई के पांच सहयोगी बैंकों में स्टेट बैंक आफ त्रावणकोर, स्टेट बैंक आफ मैसूर, स्टेट बैंक आफ पटियाला, स्टेट बैंक आफ हैदराबाद और स्टेट बैंक आफ बीकानेर एंड जयपुर शामिल हैं.