नयी दिल्ली :विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने अपने दो दिवसीय पाकिस्तान यात्रा और द्विपक्षीय संबंधों से संबंधित हालिया घटनाक्रम के बारे में राज्यसभा में बयान दिया. उन्होंने अपने बयान में कहा कि पाकिस्तान भारत के साथ सभी मुद्दों पर बातचीत के लिए तैयार है. उसने आतंकवाद के खात्मे का भरोसा दिया है. पाकिस्तान और भारत ने आतंकवाद की निंदा की है. सुषमा ने कहा कि पाकिस्तान ने सार्क सम्मेलन में शामिल होने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को आमंत्रित किया है. दोनों देश पड़ोसियों के साथ शांति और सहयोग चाहते हैं.

सुषमा स्वराज नेकहा कि पाकिस्तान के साथ हमने 26/11 हमले पर भी चर्चा की है. उनके बयान के दौरान विपक्ष का जोरदार हंगामा जारी था. हंगामे को देखते हुए स्पीकर ने कार्यवाही 11 : 30 बजे तक के लिए स्थगित कर दी जब सदन की कार्यवाही फिर शुरू हुई तो कांग्रेस ने हंगामा फिर शुरू कर दिया. कांग्रेस पंजाब में कानून-व्यवस्था को लेकर आज राज्यसभा में हंगामा कर रही है.

आपको बता दें कि पंजाब के अबोहर में दो दलितों के हाथ पैर काटने का मामला प्रकाश में आया है जिसमें एक अकाली नेता का नाम सामने आया है. इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस सदन में हंगामा कर रही है और राज्य सरकार को बर्खास्त करने की मांग कर रही है. इस मामले पर भाजपा सांसद मुख्‍तार अब्बास नकवी ने राज्यसभा में कहा कि राज्य सरकार मामले की जांच कर रही है. हम इस घटना की निंदा करते हैं. कांग्रेस नेता गुलाम नवी आजाद ने कहा कि जबतक पंजाब की सरकार को बर्खास्त नहीं किया जाएगा कांग्रेस सदन की कार्यवाही नहीं चलने देगी.

बसपा प्रमुख मायावती ने कहा कि यह मामला काफी गंभीर है. केंद्र सरकार को इसपर कार्रवाई करनी चाहिए.


सुषमा का ट्वीट

सत्र के आखिरी से पहले का सप्ताह ऐसा अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार और विपक्ष के बीच जीएसटी और नेशनल हेराल्ड मुद्दों को लेकर तनातनी में कोई नरमी देखने को नहीं मिलेगी. इस बीच सुषमा स्वराज ने रविवार को ट्वीट करके जानकारी दी कि मैं अपनी हालिया इस्लामाबाद यात्रा के संबंध में आज राज्यसभा में 11 बजे और लोकसभा में दो बजे एक बयान दूंगी.’

जीएसटी और नेशनल हेराल्ड

आपको बता दें कि मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने इस आरोप को खारिज कर दिया है कि वह पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी और उपाध्यक्ष राहुल गांधी को अदालत के सम्मन जारी होने के चलते जीएसटी विधेयक में अड़चन डाल रही है. वहीं भाजपा इस बात पर अड़ी हुई है कि कांग्रेस अदालत के सम्मन का बदला जीएसटी से ले रही है. इस संबंध में वित्त मंत्री अरूण जेटली ने कहा कि मैं चाहता हूं और प्रार्थना करता हूं कि जीएसटी मुद्दे को नेशनल हेराल्ड मामले से अलग करके देखा जाए.